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SC आरक्षण में क्रीमी लेयर के विरोध में भारत बंद,बिहार में ट्रेनें रोकीं, हाईवे जाम; राजस्थान के 16 जिलों में स्कूल बंद

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सुप्रीम कोर्ट द्वारा SC आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुझाव के विरोध में दलित-आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का व्यापक असर देश के विभिन्न हिस्सों में देखा जा रहा है। बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में इस बंद का प्रभाव खासतौर पर महसूस किया जा रहा है।

बिहार:

  • बंद के दौरान बिहार में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रेनों को रोक दिया, जिससे रेल यातायात बाधित हुआ।
  • इसके अलावा, कई नेशनल हाईवे भी जाम कर दिए गए, जिससे सड़क यातायात पर भी असर पड़ा।

राजस्थान:

  • राजस्थान में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला है। राज्य के 16 जिलों में एहतियातन स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
  • इसके अलावा, कुछ जगहों पर इंटरनेट सेवाओं को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

बंद का मुख्य उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के उस सुझाव का विरोध करना है, जिसमें SC आरक्षण में क्रीमी लेयर की अवधारणा को लागू करने की बात कही गई है। इस अवधारणा का विरोध करने वाले संगठनों का मानना है कि इससे SC वर्ग के उन लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा, जो वास्तव में जरूरतमंद हैं, जबकि अपेक्षाकृत संपन्न लोग इसका लाभ उठा सकते हैं।

कई राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। बंद के दौरान कुछ जगहों पर हिंसक घटनाएं भी देखने को मिली हैं, लेकिन प्रशासन की तत्परता से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा SC आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की इजाजत के खिलाफ दलित और आदिवासी संगठनों ने बुधवार को 14 घंटे का भारत बंद बुलाया है। यह बंद नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन (NACDAOR) के नेतृत्व में आयोजित किया गया है, जो इसे दलित और आदिवासी समुदायों के संवैधानिक अधिकारों पर एक बड़ा खतरा मानता है।

NACDAOR और अन्य संगठनों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला SC समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को आरक्षण के लाभ से वंचित कर सकता है, जबकि संपन्न लोग इसका फायदा उठा सकते हैं। इस फैसले को लेकर इन समुदायों में गहरी नाराजगी है, और वे इसे अपने अधिकारों के खिलाफ मानते हैं।

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बंद के दौरान देश के कई हिस्सों में व्यापक प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में इसका विशेष प्रभाव देखा जा रहा है। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रेनों को रोक दिया और सड़कों पर अवरोध पैदा कर दिया। राजस्थान में 16 जिलों में एहतियात के तौर पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

इस बंद का उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराना है और सरकार पर दबाव बनाना है कि वह इस मुद्दे पर पुनर्विचार करे और दलित-आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाए।

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