आज एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन की शुरुआत हो रही है, जहां चार अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी से 700 किलोमीटर ऊपर स्पेसवॉक करेंगे। यह दुनिया की पहली प्राइवेट स्पेसवॉक होगी, जिसमें निजी कंपनी द्वारा यह मिशन संचालित किया जा रहा है।
इस मिशन की लॉन्चिंग आज शाम 4:08 बजे होने वाली है और इसका कुल समय 5 दिन का होगा। इस दौरान, अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक करेंगे, जो कि एक जटिल और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया होती है। मिशन का उद्देश्य न केवल अंतरिक्ष में नए प्रयोगों को अंजाम देना है, बल्कि अंतरिक्ष यात्रा के प्राइवेट सेक्टर के लिए नए दरवाजे खोलना भी है।
स्पेसवॉक के दौरान, अंतरिक्ष यात्री विभिन्न तकनीकी परीक्षण करेंगे, जो भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरिक्ष की प्राइवेट इंडस्ट्री के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
आज (27 अगस्त) इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट के जरिए चार अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी से लगभग 700 किलोमीटर ऊपर के ऑर्बिट में जा रहे हैं। यह मिशन खास इसलिए है क्योंकि इस ऑर्बिट में पिछले 50 से अधिक वर्षों से कोई अंतरिक्ष यात्री नहीं गया है। इस मिशन में दो अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक भी करेंगे, जो कि दुनिया की पहली प्राइवेट स्पेसवॉक होगी।
इस मिशन की ऐतिहासिकता इसलिए भी है क्योंकि यह अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में निजी कंपनियों की भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है। स्पेसएक्स का यह प्रयास अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जहां निजी क्षेत्र भी अब बड़ी अंतरिक्ष उपलब्धियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस मिशन में, स्पेसक्राफ्ट एक नए ऑर्बिट में जाएगा जो अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से भी ऊंचा होगा। इस ऊंचाई पर जाकर अंतरिक्ष यात्री विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे और स्पेसवॉक के दौरान महत्वपूर्ण तकनीकी परीक्षण भी करेंगे।
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