छत्तिश्गढ़
विदेश से छत्तीसगढ़ पहुंचे लोगों को किया जा रहा ट्रेस..
प्रदेश में कोविड के आगामी संकट को भांपकर इसपर काम शुरू हो चुका है। छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से इसकी जानकारी जारी की गई है। दूसरी तरफ दंतेवाड़ा के कलेक्टर ने कोविड के नए वेरिएंट को ध्यान में रखकर गाइडलाइन जारी की है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
CMO छत्तीसगढ़ की ओर से कहा गया है- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वालों की सूची स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एकत्रित की जा रही है। उनकी ट्रैवल हिस्ट्री और स्वास्थ्यगत परेशानियों की जांच की जा रही है। टेस्टिंग संख्या बढ़ाने के लिए शासन ने RT-PCR और एंटीजन की 2 लाख अतिरिक्त किट खरीदी का निर्णय लिया है। अब रोजाना 5 हजार टेस्ट का लक्ष्य होगा।
दंतेवाड़ा के कलेक्टर ने कोविड-19 के नए वेरिएंन्ट ओमिक्रॉन बीएफ-7 से बचाव के लिए व्यवहार परिवर्तन और जन जागरूकता लाने गाइडलाइन जारी किया है। इसके तहत कहा गया है कि कोविड से मिलते जुलते लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार सांस लेने में समस्या, सिर दर्द होने पर कोविड-19 टेस्ट जरूर कराएं एवं तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करें।
कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग किया जाए और पॉजिटिव केसों का इलाज किया जाए। संक्रमित व्यक्ति कोविड-19 के आइसोलेशन के नियमों का पालन करें। हाथ को साबुन पानी से बार-बार धोए या एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का उपयोग करें। छींकते और खांसते समय अपना मुंह और नाक रुमाल से ढकें। जिला कलेक्टर विनीत नंदनवार ने अफसरों को निर्देशित किया है कि जिले के लोग सभी नियमों का पालन करें इसकी मॉनिटरिंग करें।
26 दिसंबर की स्थिति में प्रदेश में एक भी कोरोना का नया संक्रमित मरीज नहीं मिला । 1399 सैंपल की जांच हुई । इस तरह से पिछले 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट 0.00 है। प्रदेश के 26 जिलों में कोरोनावायरस का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है । दुर्ग में 1 और रायपुर में 7 सक्रिय मरीज है जिन की निगरानी प्रशासन रख रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने ग्लोबल लेवल पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहते हुए कोरोना की जांच, इलाज, इससे बचाव और नियंत्रण के लिए सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को कहा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने बैठक में भारत सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमितों के सैंपल्स को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजने के निर्देश दिए।
उन्होंने टेस्टिंग के लिए आरटीपीसीआर, ट्रूनॉट और एंटीजन किट की उपलब्धता और जरूरी दवाइयों एवं अन्य कन्ज्युमेबल्स की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलों को वेंटिलेटर्स, मॉनिटर्स, आईसीयू और ऑक्सीजन की व्यवस्था की वास्तविक स्थिति से अवगत कराने के साथ ही मॉक-ड्रिल करने को कहा है।
बीते बुधवार को रायपुर में दो नए मरीजों की पुष्टि हुई थी। चीन, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील जैसे देशों में कोरोना के मामलों के बढ़ने से सरकार अलर्ट है। अब इन नए मिले मरीजों के नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी ताकि वायरस के वेरिएंट का पता लगाया जा सके।
छत्तीसगढ़ में कोरोना का पहला मामला 18 मार्च 2020 को सामने आया था। उसके बाद से 21 दिसम्बर 2022 तक 11 लाख 77 हजार 743 इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 11 लाख 63 हजार 595 लोग तो इलाज के बाद छुट्टी पा गए, लेकिन 14 हजार 146 लोगों की जान जा चुकी है। आखिरी बार 13 दिसम्बर को यहां तीन लोगों में संक्रमण पाया गया था। उस दिन एक मरीज को इलाज के बाद स्वस्थ घोषित किया गया। 13 दिसम्बर को प्रदेश भर में 6 सक्रिय मरीज थे।
21 दिसम्बर को रायपुर में दो नमूने पॉजिटिव पाए गए थे। स्वास्थ्य विभाग उनकी हिस्ट्री की पड़ताल कर रहा है। उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चलेगा कि उनको कोरोना वायरस के किस वेरिएंट ने संक्रमित किया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, इसके लिए एम्स की लैब का इस्तेमाल किया जाएगा। उनके पास सुविधा बन गई है। राज्य सरकार भी उसमें सहयोग को तैयार है।
दैनिक भास्कर से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था, पहली बार देश में कोरोना संक्रमण विदेश से ही आया था। इस बार भी कई देशों में संक्रमण चिंताजनक रफ्तार से बढ़ रहा है। ऐसे में विदेश से आने वालों पर नजर रखना होगा। हांलाकि आज के हालात पिछली बार की तुलना में बेहतर है। तब हम ऐसी स्थिति के लिए तैयार नहीं थे, कोई अनुभव भी नहीं था। आज हमारे पास सुविधाएं ज्यादा हैं, मेडिकल स्टाफ भी प्रशिक्षित है।
दुनिया में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए यही कहा जाएगा कि लोगों को इसके लिए सतर्क रहना हाेगा। भीड़भाड़ से बचें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करें। हाथ को सेनिटाइज करते रहें। बहुत से लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाया है। मेरी सलाह है कि सभी लोग बूस्टर डोज लगवा लें। यह सभी वैक्सीनेशन केंद्रों पर उपलब्ध है। सर्दी, खांसी, बुखार को हल्के में न लें। लक्षण दिखते ही जांच कराएं और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन-WHO के मुताबिक पिछले सात दिनों में दुनिया भर में कोरोना के 34 लाख 45 हजार 243 नये मामले सामने आए हैं। इन्हीं सात दिनों में 10 हजार 76 लोगों की मौत भी रिपोर्ट हुई है। सबसे अधिक 2 हजार 658 लोगों की मौत अमेरिका में हुई है। वहां 4 लाख 45 हजार 424 केस मिले। भारत में 1083 नये मामले मिले हैं, वहीं 22 लोगों की मौत रिपोर्ट हुई है। वहीं चीन में एक लाख 49 हजार 666 नये मरीज मिले हैं। वहीं 447 लोगों की मौत हुई है।
बिलासपुर में कोरोना से बचने के लिए न तो स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और न ही लोग बूस्टर डोज लगवाने में रुचि ले रहे हैं। यही वजह है कि लोग अब बूस्टर डोज लगवाने में रूचि नहीं ले रहे हैं। आलम यह है कि जिले में सिर्फ 43% लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है। जबकि आधे से अधिक लोगों को अब भी बूस्टर डोज नहीं लगा है। इस स्थिति में कोरोना के नए वेरिएंट के बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
देश भर के साथ ही छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ गई है। मौजूदा स्थिति में ओमिक्रान का सब वेरिएंट बीएफ.7 चीन के साथ ही जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील जैसे देशों में तेजी से फैल रहा है। यह वेरिएंट भारत में भी पहुंच गया है। यही वजह है कि सरकार ने अलर्ट जारी किया है। साथ ही नए मरीज मिलने पर नमूनों की जीनोम सिक्वेसिंग कराकर वेरिएंट का पता लगाने का निर्देश दिया है।
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