मध्य प्रदेश

लाड़ली बहनों को अभी हजार, आगे 3 हजार मिलेंगे,CM शिवराज ने जारी की योजना की पहली किस्त, अब 21 साल की महिलाओं को भी लाभ..

Published

on

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को आगे तीन हजार रुपए तक दिए जाएंगे। शुरुआत एक हजार रुपए से कर रहे हैं। जैसे-जैसे पैसों की व्यवस्था होती जाएगी, 250-250 रुपए बढ़ाते जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शनिवार को सिंगल क्लिक में 1.25 करोड़ लाड़ली बहनों के खाते में 1250 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। जबलपुर में लाड़ली बहना योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मुझ पर विश्वास करो, हर महीने 3 हजार दूंगा
सीएम ने कहा कि अगर आप मुझे सगा भाई समझते हो, तो मुझ पर विश्वास करो। आपको हर महीने तीन हजार रुपए दूंगा। कुछ लोग झूठी घोषणा कर रहे हैं। मुझे झूठा बोल रहे हैं, पर ऐसे लोगों से आपको सावधान रहने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि अभी जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उन्हें जारी रखने के लिए आपको भाजपा के साथ रहना है। अपने भाई का साथ देना है। मोदी जी का साथ देना है। लाड़ली बहना परिवार के साथ लाड़ली बहना सेना भी बनेगी। इसमें अधिक से अधिक बहनें शामिल हों। इस सेना का काम बहनों की रक्षा करना होगा, इसलिए बहनों से कहता हूं कि अधिक से अधिक बहनें सेना में शामिल हों।

सीएम शिवराज ने कहा कि ‘नारी तू नारायणी, जग की पालन हारिणी’ आज का दिन अद्भुत है। भारतीय संस्कृति में हजारों वर्षों से नारियों का सम्मान है। बीच में ऐसा समय आया, जब बेटियों और बहनों के साथ अन्याय हुआ। उन्हें दूसरे दर्जे का मान लिया गया। सीएम ने पहले लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य और उसे लागू करने का कारण बताया। गौरतलब है कि कांग्रेस ने भी नारी सम्मान योजना के तहत 1500 रुपए हर महीने महिलाओं को देने की घोषणा की है।

कांग्रेस ने बंद की बेटा-बेटियों को लैपटॉप की योजना
सीएम ने कहा कि आज आनंद का दिन है। हर महीने महिलाओं के खाते में एक हजार रुपए डाले जाएंगे। पहले ये योजना आदिवासियों के लिए बनाई थी। उनकी हालत सुधर गई। जब कांग्रेस की सरकार आई, तो उन्होंने बंद कर दी थी। बेटा-बेटियों के लैपटॉप भी कांग्रेस ने बंद कर दिए थे। सरकार एक हजार रुपए तक ही नहीं रुकेगी। धीरे-धीरे पैसे बढ़ाते जाएंगे। पैसे का इंतजाम होते ही और भी बढ़ाएंगे। आने वाले समय में 250-250 रुपए बढ़ाकर तीन हजार रुपए तक ले जाएंगे।

21 साल की महिलाओं को भी योजना का लाभ
सीएम ने कहा कि अभी तक 23 साल या उससे ज्यादा की उम्र की शादीशुदा बहनों को योजना का लाभ मिलता था। अब जो बेटी 21 साल की हो गई है, उसे भी लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया जाएगा।

Advertisement

सीएम के खाते में पैसे डालने के बाद एटीएम में लगी भीड़
सीएम शिवराज द्वारा महिलाओं के खातों में पैसे डालने के बाद एटीएम में बैलेंस चेक करने के लिए भीड़ लग गई। ग्वालियर में कई बहनें एटीएम के बाहर अकाउंट चेक करने लगीं। हालांकि किसी ने उन्हें कहा कि पहले मोबाइल पर मैसेज आएगा, फिर एटीएम में आकर चेक करना।

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बड़ी खेरमाई पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान बहनों ने सीएम को फूल देकर स्वागत किया। खास है कि जबलपुर में सीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी आज महिला पुलिस के जिम्मे रही। कार्यक्रम के दौरान कन्याओं का पूजन किया। इसके बाद दीप जलाकर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। मंच पर मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहन के पैर भी पखारे। सीएम के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव, सांसद राकेश सिंह, भाजपा महिला प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई भी मौजूद थे।

335 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री यहां 335 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इनमें 213.12 करोड़ के 28 निर्माण कार्यों का लोकार्पण व 121.85 करोड़ के 45 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया गया। समारोह स्थल पर 16 विभागों द्वारा विकास की गतिविधियों को प्रदर्शित करते स्टॉल लगाए गए हैं। वीरांगनाओं पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

तीन हजार दीपकों से जगमगाया नर्मदा का सेठानी घाट
लाड़ली बहना योजना के कार्यक्रम को भाजपा ने उत्सव की तरह मनाया। इस मौके पर नर्मदापुरम में नर्मदा तट के सेठानी घाट पर तीन हजार दीप जलाए गए। इससे पूरा घाट जगमग हो गया। मुख्यमंत्री ने नर्मदा जयंती के अवसर पर लाड़ली बहना योजना की घोषणा सेठानी घाट के जल मंच से ही की थी, इसलिए नर्मदा तट पर और नर्मदापुरम में उत्सव का माहौल रहा। योजना का शुभारंभ होने पर खुशियां मनाई गई। गांव, शहर व प्रमुख स्थानों के साथ ही जगह-जगह दीपोत्सव किया गया। इस दौरान, सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का रंगारंग आयोजन किया गया।

Advertisement

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply

Cancel reply

Trending

Exit mobile version