मध्य प्रदेश
गेंहू आवंटन के लिए करना होगा इंतजार,एनएफएसए में जुड़े परिवारों में से 37 फीसदी की ही केवाईसी; कोटा में सर्वाधिक, बाड़मेर में सबसे कम
मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत गेहूं आवंटन के लिए कई परिवारों को इंतजार करना पड़ सकता है। यह देरी केवाईसी (KYC) प्रक्रिया पूरी न होने के कारण हो रही है। एनएफएसए में जुड़े परिवारों में से केवल 37% ही अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर पाए हैं। कोटा में केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने वाले परिवारों की संख्या सबसे अधिक है, जबकि बाड़मेर में सबसे कम है।
स्थिति का विवरण
- केवाईसी प्रक्रिया का महत्व:
- केवाईसी (Know Your Customer) प्रक्रिया एनएफएसए के तहत खाद्य सामग्री का लाभ लेने वाले परिवारों की पहचान और सत्यापन के लिए जरूरी है।
- यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि लाभ केवल पात्र परिवारों तक पहुंचे और किसी तरह की धांधली न हो।
- वर्तमान स्थिति:
- एनएफएसए के तहत पंजीकृत परिवारों में से केवल 37% ने ही अपनी केवाईसी पूरी की है।
- केवाईसी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण इन परिवारों को गेहूं आवंटन में देरी हो रही है।
- क्षेत्रीय अंतर:
- कोटा जिले में सबसे अधिक परिवारों ने केवाईसी पूरी कर ली है, जिससे उन्हें समय पर गेहूं आवंटित किया जा रहा है।
- दूसरी ओर, बाड़मेर जिले में सबसे कम परिवारों ने केवाईसी प्रक्रिया पूरी की है, जिससे वहां के परिवारों को गेहूं आवंटन के लिए अधिक इंतजार करना पड़ सकता है।
कारण और प्रभाव
- प्रशासनिक चुनौतियाँ:
- कई जिलों में प्रशासनिक अड़चनों और संसाधनों की कमी के कारण केवाईसी प्रक्रिया में देरी हो रही है।
- स्थानीय अधिकारियों द्वारा जनजागरण और केवाईसी प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए पर्याप्त प्रयास न किए जाने से भी यह समस्या बनी हुई है।
- परिवारों के लिए प्रभाव:
- जिन परिवारों ने केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें एनएफएसए के तहत मिलने वाले गेहूं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
- यह स्थिति उन गरीब परिवारों के लिए गंभीर हो सकती है जो अपनी दैनिक आवश्यकताओं के लिए इस आवंटन पर निर्भर हैं।
समाधान के प्रयास
- सचेतना अभियान:
- सरकार और स्थानीय प्रशासन को केवाईसी प्रक्रिया के महत्व के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
- जनसंपर्क, मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों को केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
- प्रक्रिया को सरल बनाना:
- केवाईसी प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए प्रशासनिक सुधार किए जा सकते हैं।
- मोबाइल केवाईसी कैंप और ऑनलाइन प्रक्रिया की सुविधा भी प्रदान की जा सकती है।
- स्थानीय अधिकारियों की भागीदारी:
- स्थानीय अधिकारियों को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अधिकतम परिवार जल्द से जल्द केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें।
इस प्रकार, गेहूं आवंटन में हो रही देरी को कम करने के लिए सरकार और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा। केवाईसी प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाकर एनएफएसए के लाभार्थियों को समय पर खाद्य सामग्री प्रदान की जा सकती है।
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