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राहुल बोले- प्रियंका वाराणसी से लड़तीं तो मोदी हार जाते,पीएम काशी से जान बचाकर निकले; अयोध्या भी हार गए

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राहुल गांधी का बयान काफी चर्चा में रहा है। उन्होंने यह बात एक सभा में कही, जहां उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर उनकी बहन प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़तीं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हार का सामना करना पड़ता। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मोदी वाराणसी से अपनी जान बचाकर निकले हैं और अयोध्या में भी उनकी स्थिति कमजोर हो चुकी है।

यह बयान राजनीतिक रणनीति के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रियंका गांधी की लोकप्रियता और उनकी जनसमर्थन क्षमता इतनी मजबूत है कि वह मोदी जैसे कद्दावर नेता को भी हरा सकती थीं। उनके इस बयान का उद्देश्य भाजपा और नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करना था, यह दिखाने के लिए कि कांग्रेस के पास भी मजबूत और प्रभावशाली नेता हैं जो भाजपा को चुनौती दे सकते हैं।

राहुल गांधी ने यह भी संकेत दिया कि नरेंद्र मोदी की राजनीतिक पकड़ कमज़ोर हो रही है और वह अब पहले जैसे मजबूत नहीं रहे। उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को वाराणसी से अपनी जान बचाकर निकलना पड़ा और अयोध्या में भी हार का सामना करना पड़ा।

इस तरह के बयान अक्सर चुनावी राजनीति में विपक्ष के हौसले बुलंद करने और अपने समर्थकों को उत्साहित करने के लिए दिए जाते हैं। राहुल गांधी का यह बयान भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है, जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी की ताकत और मोदी की कमजोरी को उभारा है।

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मंगलवार को पहली बार रायबरेली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि मोदी और शाह देश की नींव के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जिससे देश के लोकतांत्रिक और सामाजिक ताने-बाने को खतरा हो रहा है।

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राहुल गांधी ने कहा कि मोदी और शाह की नीतियों और कार्यों ने देश के विभिन्न समुदायों और समूहों के बीच विभाजन पैदा किया है। उनकी नीतियों ने देश को विभाजित करने का काम किया है, जिसके कारण देश की जनता अब एकजुट होकर इनके खिलाफ खड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि देश के सभी नागरिक, चाहे वे किसी भी धर्म, जाति या समुदाय के हों, अब समझ चुके हैं कि मोदी और शाह का एजेंडा देश के हित में नहीं है।

राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से देश की एकता और अखंडता के लिए संघर्ष करती आई है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि देश की जनता को एकजुट होना होगा और उन ताकतों का मुकाबला करना होगा जो देश को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।

प्रियंका गांधी ने भी इस अवसर पर अपने भाई का समर्थन किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने सिद्धांतों और मूल्यों के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने रायबरेली की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उनकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी और उनके विश्वास को बनाए रखेगी।

इस प्रकार, राहुल और प्रियंका गांधी का रायबरेली दौरा न केवल चुनावी जीत का जश्न था, बल्कि मोदी और शाह की नीतियों के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन भी था।

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