भारतीय वायुसेना का एक मिग-29 फाइटर जेट सोमवार को नियमित प्रशिक्षण के दौरान आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट ने सूझबूझ से काम लेते हुए सुरक्षित तरीके से विमान से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इंडियन एयर फोर्स के अनुसार, तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना हुई, और दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्घटना के समय विमान में पायलट और को-पायलट दोनों मौजूद थे। एयरक्राफ्ट में अचानक आग लगने के बाद उन्होंने तुरंत विमान से इजेक्ट कर लिया। दोनों पायलट आगरा के कागारौल इलाके के सोनिगा गांव के पास पैराशूट के माध्यम से लगभग 2 किलोमीटर दूर सुरक्षित लैंड कर पाए। स्थानीय लोगों ने विमान को गिरते हुए देखा और मदद के लिए घटनास्थल की ओर भागे।
स्थानीय लोगों का त्वरित सहयोग
विमान के जमीन पर गिरते ही उसमें आग लग गई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। हादसे के बाद आसमान में पैराशूट से नीचे आते पायलटों को देखकर स्थानीय लोग तत्काल खटिया लेकर पहुंचे और प्राथमिक सहायता देने में जुट गए। हालांकि, घटना स्थल पर भीड़ भी जमा हो गई थी।
मिग-29 के क्रैश का दूसरा मामला
यह पिछले दो महीनों में मिग-29 विमान के क्रैश होने की दूसरी घटना है। इससे पहले इसी वर्ष सितंबर में राजस्थान के बाड़मेर में एक मिग-29 फाइटर जेट तकनीकी खराबी के चलते रूटीन फ्लाइंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। उस दुर्घटना में भी पायलट ने समय रहते इजेक्ट कर अपनी जान बचाई थी।
इस दुर्घटना से भारतीय वायुसेना में मिग-29 की तकनीकी स्थिति पर प्रश्नचिह्न खड़ा हुआ है, और वायुसेना ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में टाला जा सके।
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.