भोपाल में 4 निजी स्कूलों को नोटिस,DPS कोलार, चैतन्य टेक्नो, कैंपियन और सेज इंटरनेशनल को बढ़ाई गई फीस लौटाने के आदेश April 26, 2025

भोपाल में 4 निजी स्कूलों को नोटिस,DPS कोलार, चैतन्य टेक्नो, कैंपियन और सेज इंटरनेशनल को बढ़ाई गई फीस लौटाने के आदेश

भोपाल में चार निजी स्कूलों को प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। ये स्कूल हैं DPS कोलार, चैतन्य टेक्नो, कैंपियन, और सेज इंटरनेशनल। इन स्कूलों को बढ़ाई गई फीस लौटाने के आदेश दिए गए हैं। यहाँ इस मामले के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है:

घटना की पृष्ठभूमि

  1. फीस वृद्धि का मामला:
    • इन चारों स्कूलों ने अपने विद्यार्थियों से निर्धारित सीमा से अधिक फीस वसूल की थी।
    • अभिभावकों की शिकायत पर प्रशासन ने मामले की जांच की और पाया कि फीस वृद्धि अनुचित थी।

प्रशासन की कार्रवाई

  1. नोटिस जारी:
    • जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने इन चारों स्कूलों को नोटिस जारी किया।
    • नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बढ़ाई गई फीस को तुरंत लौटाया जाए।
  2. स्कूलों के उत्तर की मांग:
    • स्कूलों से यह भी कहा गया है कि वे इस बारे में अपना पक्ष प्रस्तुत करें और यह बताएं कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
    • उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए एक निश्चित समय सीमा दी गई है।

फीस लौटाने का आदेश

  1. अभिभावकों की राहत:
    • बढ़ाई गई फीस लौटाने के आदेश से अभिभावकों को राहत मिली है, जो लंबे समय से इस मुद्दे पर संघर्ष कर रहे थे।
    • प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि सभी प्रभावित अभिभावकों को उनकी अतिरिक्त वसूली गई राशि वापस की जाएगी।

आगे की कार्रवाई

  1. संभावित कार्रवाई:
    • यदि स्कूल नोटिस का सही जवाब नहीं देते हैं या फीस लौटाने में विफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
    • इसमें स्कूल की मान्यता रद्द करना, जुर्माना लगाना, और अन्य कानूनी कदम शामिल हो सकते हैं।
  2. आगे की जांच:
    • प्रशासन अन्य स्कूलों की भी जांच कर सकता है और सुनिश्चित करेगा कि सभी स्कूल निर्धारित नियमों का पालन करें।
    • शिक्षा विभाग इस मामले में किसी भी प्रकार की अनियमितता को गंभीरता से लेगा और आवश्यक कदम उठाएगा।

इस पूरे मामले में प्रशासन ने तेजी से कदम उठाए हैं और अभिभावकों को न्याय दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह घटना यह दर्शाती है कि प्रशासन शिक्षा के क्षेत्र में हो रही अनियमितताओं को गंभीरता से लेता है और जरूरत पड़ने पर सख्त कार्रवाई करने से भी नहीं हिचकिचाता।