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कोलकाता रेप-मर्डर केस, बंगाल बंद के दौरान हिंसा,भाजपा नेता की कार पर फायरिंग, बम फेंके; कल से भाजपा का 7 दिवसीय धरना

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कोलकाता में 8-9 अगस्त को हुए आरजी कर मेडिकल कॉलेज के ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस के खिलाफ विरोध जारी है। इस मामले में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार (26 अगस्त) को बंगाल बंद का आह्वान किया था, जिसके दौरान हिंसा भड़क उठी।

हिंसा के प्रमुख घटनाक्रम:

  1. भाजपा नेता की कार पर हमला: बंगाल बंद के दौरान भाजपा नेता की कार पर फायरिंग की गई और बम फेंके गए। यह हमला उस समय हुआ जब वह बंद का समर्थन करने के लिए विभिन्न इलाकों में जा रहे थे। हालांकि, इस हमले में भाजपा नेता सुरक्षित रहे, लेकिन उनकी कार को नुकसान पहुंचा।
  2. बंगाल बंद के दौरान हिंसा: बंद के दौरान कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं सामने आईं। भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर आगजनी और तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया।
  3. भाजपा का 7 दिवसीय धरना: इस हिंसा और रेप-मर्डर केस के विरोध में भाजपा ने मंगलवार से 7 दिवसीय धरने का ऐलान किया है। इस धरने का उद्देश्य राज्य सरकार पर दबाव बनाना है ताकि वे इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और दोषियों को सजा दिलाई जा सके। धरने के दौरान भाजपा कार्यकर्ता और नेता राज्य भर में प्रदर्शन करेंगे और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।

पृष्ठभूमि: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। घटना के बाद से ही पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। भाजपा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की है और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

इस घटनाक्रम के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ गई है, और यह देखना होगा कि सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। भाजपा के 7 दिवसीय धरने से राज्य में राजनीतिक तनाव और बढ़ सकता है।

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस को लेकर राज्यभर में आक्रोश फैला हुआ है। इस घटना के विरोध में छात्र संगठनों ने कोलकाता में प्रोटेस्ट मार्च किया था, जिसके बाद भाजपा ने बुधवार को 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया।

बंद के दौरान हुई घटनाएं:

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  1. भाजपा का आह्वान: बंगाल बंद के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किए और सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
  2. पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें: बंद के दौरान राज्य के कई जिलों में पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, तो पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
  3. सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया: बंगाल बंद के दौरान हिंसा और उग्र प्रदर्शन के चलते पुलिस ने सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में भाजपा के कार्यकर्ता और समर्थक शामिल थे।
  4. सार्वजनिक जीवन प्रभावित: बंद के चलते कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ। परिवहन सेवाओं पर भी असर पड़ा, जिससे आम जनता को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।

पृष्ठभूमि:

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद से ही विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। भाजपा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को निशाने पर लिया है और कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।

बंगाल बंद के दौरान हुई झड़पों और हिंसा से राज्य में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। भाजपा के इस कदम के बाद राज्य में आने वाले दिनों में और भी विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं।

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