देश
केजरीवाल ने कोर्ट में खुद पैरवी की,कहा- क्या CM की गिरफ्तारी के लिए 4 बयान काफी हैं; ED बोली- मुख्यमंत्री कानून से ऊपर नहीं..
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आप को फिर से एक न्यायिक मुद्दे में फंसाया है। उन्होंने कहा कि उनकी गिरफ्तारी के लिए केवल 4 बयान काफी नहीं हैं। इस पर उन्हें समर्थन मिलता है, जबकि कुछ लोग इसे नकारते हैं। इस बयान के बाद, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक डाटा डिस्कवरी (ED) के दबाव को खत्म करने के लिए इस मुद्दे को न्यायिक मामले में ले जाने के लिए कोर्ट में पैरवी की।
उनका यह कदम ED के विरुद्ध उनके खिलाफ चल रहे जांच के दबाव का प्रतिबिम्ब बनता है। ED का दावा है कि केजरीवाल ने कई गलतीयों की हैं, जिसमें उनके वित्तीय लेन-देन, भ्रष्टाचार, और ब्लैक मनी के बारे में शक है।
इसके बाद, ED ने भी कहा कि मुख्यमंत्री कानून से ऊपर नहीं होते हैं, इससे सिद्ध होता है कि केजरीवाल को भी कानून की समाज के सामने सम्मानिता के बारे में सोचना चाहिए।
शराब नीति केस में गिरफ्तार दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल की ED कस्टडी आज खत्म हो रही है। आगे की प्रक्रिया को लेकर राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। ED ने केजरीवाल की सात दिन की कस्टडी और मांगी है। दलीलें सुनने के बाद राऊज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला रिजर्व कर लिया है।
दिल्ली सीएम अदालत में खुद अपना पक्ष रखा। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि इस केस में मेरा नाम सिर्फ चार जगह आया है। 4 स्टेटमेंट दिए गए और उनमें से कोर्ट के सामने वो बयान लाया गया, जिसमें मुझे फंसाया गया। क्या ये 4 स्टेटमेंट एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं? इसके जवाब में ED ने कहा- मुख्यमंत्री कानून से ऊपर नहीं हैं।
वहीं, कोर्ट में पेशी के लिए जाते वक्त उनसे पूछा गया कि LG ने कहा था कि सरकार जेल से नहीं चलेगी। इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि ये पॉलिटिकल षड्यंत्र है, जनता इसका जवाब देगी।
ED: अटॉर्नी सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल के बयान रिकॉर्ड कर लिए गए हैं। इन्होंने टाल-मटोल करने वाले जवाब दिए हैं।
ED: हम केजरीवाल का सामना कुछ और लोगों से करवाना चाहते हैं। AAP के गोवा प्रत्याशी के 4 और बयान दर्ज किए गए हैं। हम केजरीवाल और AAP प्रत्याशी का आमना-सामना कराना चाहते हैं।
ED: केजरीवाल ने अपना पासवर्ड नहीं बताया है, इसके चलते हम डिजिटल डेटा हासिल नहीं कर पाए हैं। केजरीवाल कह रहे हैं कि पहले वे अपने वकीलों से बात करेंगे, इसके बाद फैसला करेंगे कि पासवर्ड देना है या नहीं। अगर वे पासवर्ड नहीं देते हैं तो हमें पासवर्ड ब्रेक करना होगा।
ED: केजरीवाल जानबूझकर पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। हमने पंजाब के कुछ एक्साइस अधिकारियों को भी इस मामले में समन भेजा है। उनसे भी केजरीवाल का आमना-सामना कराया जाएगा।
केजरीवाल ने खुद कोर्ट में बोलना शुरू किया….
केजरीवाल: मैं ED अफसरों को धन्यवाद कहना चाहता हूं। ये केस चलते-चलते 2 साल हो गए हैं।
केजरीवाल: मुझे किसी कोर्ट में दोषी साबित नहीं किया जा सका। मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। CBI ने 31 हजार पन्ने और ED ने 25 हजार पेज दाखिल किए। आप इन दोनों को साथ में भी पढ़ लीजिए। मुझे क्यों गिरफ्तार किया?
कोर्ट: आप जो बोल रहे हैं, वो लिखकर क्यों नहीं देते?
केजरीवाल: मैं बोलना चाहता हूं।
केजरीवाल: मेरा नाम 4 जगह आया है बस। एक है सी. अरविंद। उसने बोला कि उसने मेरी उपस्थिति में कुछ दस्तावेज सिसोदिया को दिए। मेरे घर रोज विधायक आते हैं, क्या ये स्टेटमेंट एक मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी है?
केजरीवाल एक और गवाह राघव मुंगटा के बयान का हवाला दे रहे हैं…
केजरीवाल: इस मामले में लोग गवाह बन जा रहे हैं और लोगों को बयान बदलने को मजबूर किया जा रहा है।
You must be logged in to post a comment Login