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महिला CEO के होटल रूम से पुलिस को नोट मिला,इसमें लिखा- पति मेरे बेटे से मिले, ये बर्दाश्त नहीं..

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बेंगलुरु की महिला CEO सूचना सेठ ने गोवा के होटल के जिस कमरे में 4 साल के बेटे की हत्या की थी, वहां से पुलिस को टिश्यू पेपर के टुकड़े मिले हैं। उस पर इंग्लिश के 5 सेंटेंस में एक नोट लिखा है। पुलिस ने बताया कि नोट में लिखा है – कोर्ट ने मेरे पति को बेटे से मिलने की अनुमति दे दी है, उसे मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही हूं।

पुलिस ने बताया कि नोट लिखने के लिए आईलाइनर या काजल पेंसिल का इस्तेमाल किया है। ऐसा लग रहा है कि सूचना ने जल्दबाजी में नोट लिखा, फिर किसी वजह से उसे फाड़ दिया। पुलिस ने फटे हुए टुकड़ों को जोड़कर उसमें लिखे मैसेज को पढ़ा।

गोवा पुलिस के मुताबिक, नोट से सूचना की मानसिक स्थिति का पता चलता है कि वह बेटे की कस्टडी को लेकर परेशान थी। पुलिस ने होटल के कमरे से चाकू, तौलिया, तकिया और एक लाल बैग भी जब्त किया है। पुलिस का मानना है कि ये चीजें मामले की जांच में काफी मदद कर सकती हैं।

गोवा पुलिस मामले की जांच के लिए शुक्रवार (12 जनवरी) को क्राइम सीन भी रिक्रिएट करने वाली है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि पुलिस सूचना सेठ को उसी सर्विस अपार्टमेंट लेकर जाएगी, जहां वह अपने बेटे के साथ ठहरी थी।

6 जनवरी को सूचना ने पति को मैसेज कर बेटे से मिलने को कहा था
सूचना अपने पति वेंकट रमन से अलग रह रही थी। दोनों के तलाक की प्रक्रिया चल रही थी। बच्चे की कस्टडी सूचना के पास थी और कोर्ट ने वेंकट को हर रविवार अपने बच्चे से मिलने की इजाजत दी थी।

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पुलिस की जांच में सामने आया है कि सूचना ने 6 जनवरी को अपने पति को मैसेज किया था कि वह अगले दिन बेटे से मिल सकता है। लेकिन 7 जनवरी को जब वह बेटे से मिलने पहुंचा तो पता चला कि मां-बेटे बेंगलुरु में नहीं हैं। इसके बाद वेंकट रमन उसी दिन इंडोनेशिया के लिए रवाना हो गया।

गोवा के होटल मैनेजर ने बताया कि सूचना ने 6 जनवरी से 10 जनवरी तक के लिए एडवांस में कमरा बुक किया था। लेकिन, 7 ओर 8 जनवरी की दरम्यानी रात 12:30 बजे उसने अचानक चेक-आउट कर लिया। इससे पहले उसने दिन में बेटे के लिए दो कफ सिरप की बोतल भी रिसेप्शन से ऑर्डर की थीं।

टैक्सी ड्राइवर की सूझबूझ से पुलिस की गिरफ्त में आई सूचना
टैक्सी ड्राइवर की पहचान नॉर्थ गोवा के रहने वाले रॉय जॉन डिसूजा के रूप में की गई है। उसने मीडिया को बताया कि उसे 7 जनवरी की रात 11 बजे होटल के रिसेप्शनिस्ट ने कॉल किया था। उसने कहा कि सूचना को बेंगलुरु जाना है। 30,000 रुपए किराये पर बात पक्की हुई थी।

उसके मुताबिक, वह रात 12.30 बजे अपने एक साथी के साथ होटल पहुंचा था। सूचना ने बताया कि उसे बेंगलुरु में अर्जेंट काम है। इसके बाद वे रात में ही बेंगलुरु के लिए निकल गए। गोवा-कर्नाटक बॉर्डर पर सूचना 4 घंटे ट्रैफिक में फंसी रही।

सूचना ने ड्राइवर से कहा- टैक्सी से ही जाऊंगी, चाहे कितना भी समय लगे
ड्राइवर ने बताया कि गोवा-कर्नाटक बॉर्डर पर एक ट्रक का एक्सीडेंट हुआ था, जिसके कारण लंबा जाम था। सूचना करीब 4 घंटे तक वहां फंसी थी। ड्राइवर ने सूचना को गोवा एयरपोर्ट छोड़ने की पेशकश की। लेकिन, सूचना ने कहा कि वह टैक्सी से ही जाना चाहती है, भले ही कितना भी समय लगे।

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टैक्सी ड्राइवर के मुताबिक, उसे सूचना की बात थोड़ी अजीब लगी, क्योंकि सूचना ने कहा था कि उसे बेंगलुरु अर्जेंट पहुंचना है। उसे हैरानी हुई कि सूचना ज्यादा पैसे खर्च कर, ज्यादा समय लगाकर टैक्सी से क्यों जाना चाहती है। इसके अलावा सूचना के रास्ते भर चुप रहने से भी उसे शक हुआ। उसने सिर्फ एक बार ड्राइवर से पानी के लिए पूछा।

गोवा पुलिस ने ड्राइवर से फोन पर कोंकणी भाषा में बात की, ताकि सूचना समझ न पाए
ड्राइवर ने बताया कि 8 जनवरी को करीब सुबह 11 बजे उसके पास गोवा के कैलंगुट पुलिस इंस्पेक्टर का फोन आया। इंस्पेक्टर ने उससे पूछा कि सूचना अकेली है या उसके साथ कोई बच्चा है। ड्राइवर ने बताया कि सूचना अकेली है।

इंस्पेक्टर और टैक्सी ड्राइवर कोंकणी भाषा में बात कर रहे थे। इसलिए सूचना उनकी बातचीत समझ नहीं पाई। पुलिस ने ड्राइवर को पूरा मामला बताया। इसके बाद पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर से सूचना को फोन देने को कहा। फिर पुलिस ने सूचना से पूछताछ की।

सूचना ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा गोवा में एक रिश्तेदार के पास है। पूछताछ के दौरान सूचना के चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं थी। इधर, सूचना ने जो पता दिया था, वह फर्जी निकला। इसके बाद इंस्पेक्टर ने टैक्सी ड्राइवर को तुंरत नजदीकी पुलिस स्टेशन जाने का निर्देश दिया।

ड्राइवर ने गूगल मैप पर पुलिस स्टेशन का लोकेशन ढूंढा
ड्राइवर ने बताया कि उस समय वे लोग एक्सप्रेस-वे पर थे। वहां दूर-दूर तक सिर्फ गांव दिख रहे थे। सभी साइनबोर्ड कन्नड़ में लगे थे, इसलिए ड्राइवर को समझ नहीं आया कि जाना कहां है। उसने गूगल मैप पर नजदीकी पुलिस स्टेशन खोजा, लेकिन थाना 150 किमी दूर दिखा रहा था।

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ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाई और सूचना से कहा कि उसे और उसके साथी को टॉयलेट जाना है। तब वे कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में पहुंच गए थे। टैक्सी ड्राइवर को सड़क किनारे एक रेस्टोरेंट दिखा। उसने वहां के चौकीदार से बात की। चौकीदार ने उन्हें बताया कि ऐमंगला पुलिस स्टेशन सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है।

इसके बाद टैक्सी ड्राइवर ने गोवा पुलिस को फोन किया पुलिस स्टेशन पहुंचने तक कॉल कनेक्ट रखा। पुलिस स्टेशन पहुंचते ही सूचना ने टैक्सी ड्राइवर से पूछा कि यहां कार क्यों रोकी है। ड्राइवर ने फिर बहाना बनाया और ऐमंगला के पुलिस स्टेशन के इंचार्ज को फोन दे दिया। इसके बाद ऐमंगला पुलिस ने सूचना का लगेज चेक किया, जिसमें उसके बेटे का शव मिला।

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