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मध्य प्रदेश

कमलनाथ बोले-टिकट घोषित करने की जल्दी नहीं..

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मप्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। कांग्रेस, बीजेपी सहित तमाम पार्टियों में टिकट घोषित करने पर मंथन चल रहा है। टिकट को लेकर दावेदारों के दिल की धड़कनें बढ़ी हुईं हैं। इस बीच पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। पीसीसी में आयोजित केश शिल्पी समाज के सम्मेलन में शामिल होने आए पूर्व सीएम कमलनाथ ने टिकट घोषित करने को लेकर कहा हम करेंगे जल्दी… कोई ऐसी जल्दी नहीं है। जिनको हमें सूचित करना था उनको हमने इशारा कर दिया है।

छिंदवाड़ा में हुई ऐतिहासिक कथा

छिंदवाड़ा में हुई बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा के आयोजन पर कमलनाथ ने कहा-महाराज जी ने यह तय किया था छिंदवाड़ा की जनता ने उन्हें आमंत्रित किया था। 2 महीने पहले मुझे मीडिया के माध्यम से यह सूचना मिली कि वह छिंदवाड़ा आ रहे हैं। उन्होंने दूसरी तरफ प्रोग्राम बनाया था तो मैंने कहा मंदिर में ही बनाइए। उनकी 3 दिन की कथा हुई, इसमें परसों के दिन आदिवासी समाज के लिए उन्होंने कथा डेडिकेट की। कल उन्होंने सर्वसमाज को उन्होंने डेडिकेट की। उन्होंने छिंदवाड़ा की बहुत तारीफ की। छिंदवाड़ा के लोग बहुत खुश हुए। मुझे खुद उम्मीद नहीं थी और ना ही पुलिस को ऐसी उम्मीद थी। पुलिस व्यवस्था बनाने में बहुत कठिनाई हुई। 4 किलोमीटर लंबी लाइनें थी। मैं खुद नहीं पहुंच पाया। मुझे मुलताई के रास्ते से जाना पड़ा, यह हालात थे। तीनों दिन कथा बहुत सफल रही।

हमने कोई प्रबंध नहीं किया था, किसी को गाड़ी नहीं दी। सब अपनी मन-मंशा से आए। अभी 2 महीने पहले प्रदीप मिश्रा ने तारीख दी है। सितंबर के महीने में वह भी आ रहे हैं। उनका भी स्वागत है। मुझे खुशी है कि जो भी लोग आते हैं उनको छिंदवाड़ा को देखने का मौका मिलता है। छिंदवाड़ा के लोग भी खुश होते हैं इसमें कोई धार्मिक बात नहीं है। यह मैंने कहा है कि हमारे देश की सबसे बड़ी शक्ति अध्यात्मिक शक्ति है जो यह भीड़ जुटती है यह आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है।

देश में 82 फीसदी हिन्दू तो वहां बहस की क्या बात है

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छिंदवाड़ा की कथा में धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा हिन्दू राष्ट्र बनाने की खबरों पर कमलनाथ ने कहा- उन्होंने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सर्वधर्म की बात कही। उन्होंने कल पूरा दिन सर्वधर्म को डेडिकेट किया। सब धर्मों के लोगों को मंच पर बुलाया। हिंदू राष्ट्र बनाने की बात क्या है, 82% हिंदू तो हैं ही। जिस देश में इतनी बड़ी परसेंटेज में हो वहां कोई बहस की बात है? 82% भारत में हिंदू हैं तो हम कहें कि यह हिंदू राष्ट्र है यह कहने की क्या आवश्यकता है? यह तो आंकड़े बताते हैं।

आदिवासियों पर अत्याचार से विश्व में क्या संदेश जाएगा

कमलनाथ ने कहा मैं कल झाबुआ में स्वाभिमान यात्रा के समापन में शामिल हुआ था। विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम भी था। मुझे यह कहना है कि हम कैसे आदिवासी दिवस मनाएं। जब आदिवासियों पर अत्याचार में मध्यप्रदेश नंबर वन है। रोज कुछ ना कुछ घटनाएं हो रहीं हैं।

अनूपपुर जिले के 15 आदिवासियों को गुजरात के राजकोट में मारा – पीटा गया। यह आदिवासियों पर जो जुल्म हो रहे हैं। विश्व आदिवासी दिवस हम विश्व को क्या कहेंगे कि कैसे हम आदिवासी दिवस मना रहे हैं। यह बहुत शर्म की बात है जब सबसे बड़ा आदिवासी प्रदेश मध्य प्रदेश है तब मणिपुर में क्या हो रहा है आदिवासियों, गैर आदिवासियों के बीच विवाद हो रहा है। यह सारे हालात आज सबके सामने हैं।

इतिहास के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं शिवराज

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सीएम की भाषा पर कमलनाथ बोले – वे कमलनाथ के बारे में कुछ कह नहीं सकते। पूरा मध्य प्रदेश इस बात का गवाह है कि मेरे राजनीतिक जीवन में किसी ने मेरे ऊपर उंगली नहीं उठाई। लेकिन शिवराज सिंह जी कहते हैं कमलनाथ भ्रष्टाचारी हैं। इतिहास में सबसे भ्रष्ट कोई अगर मुख्यमंत्री है तो वो शिवराज सिंह हैं। जितने घोटाले मध्यप्रदेश में हुए हैं यह मैं समझता हूं इंडिया का रिकॉर्ड नहीं वर्ल्ड का रिकॉर्ड है।

ये (शिवराज) किसी भी हद तक जा सकते हैं। वह जानते हैं कि कैसे उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक रही है। जिसके पैरों के नीचे से जमीन की हुई दिखती है। वह कोई ना कोई सहारा तो पकड़ेगा। इसलिए वो सोचते हैं कि हो सकता है कुछ हो जाए इसलिए वह प्रयास कर रहे हैं।

किसी को प्रदेश की चिंता नहीं, चार महीने समेटने में लगे

खंडवा पथराव की घटना पर कमलनाथ ने कहा अभी सिंगरौली में सबने देखा कि एक विधायक के बेटे ने गोली चलाई। यह सब मध्यप्रदेश में हो रहा है। यहां किसी को प्रदेश चलाने की चिंता नहीं है। यह प्रदेश का हाल है। मुझे तो बड़ा दुख है…बड़ी चिंता है कि अगले 4 महीने प्रदेश कैसे चलेगा? क्योंकि किसी का ध्यान प्रदेश चलाने पर नहीं है अब तो सब इसमें लगे हैं कि कैसे हम कितना समेट लें। सरकार से कभी किसी ने यह पूछा कि साढ़े तीन लाख करोड़ का जो कर्जा लिया। उस कर्जे का क्या हुआ? कितने ठेके दिए और ठेकों में कितना एडवांस लिया यह कोई नहीं पूछेगा।

मैंने 15 साल पहले हनुमान मंदिर बनवाया लेकिन पब्लिसिटी नहीं की

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जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी द्वारा धीरेन्द्र शास्त्री की कथा के आयोजन पर सवाल उठाए जाने के मामले पर कमलनाथ ने कहा मैंने तो 15 साल पहले हनुमान मंदिर बनाया था। यह कोई चुनाव के लिए बना है क्या? मैंने तो इसकी पब्लिसिटी भी नहीं की थी। लेकिन जो है वह सामने सबको दिख रहा है। कि सबसे बड़ा हनुमान मंदिर 15 साल पहले छिंदवाड़ा में बना था यह अब कोई इसका स्पष्टीकरण चाहता है वह मंदिर मैंने अपनी भावनाओं से बनाया था।

उमंग के बयान पर बोले- कहने वाले क्या हैं ये सब लोग जानते हैं

उमंग सिंघार द्वारा मप्र में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने के बयान पर कमलनाथ ने कहा- कौन होना चाहिए, क्या होना चाहिए। यह मध्य प्रदेश की जनता तय करेगी। अंत में यह बात है कि किसी के कहने या ना कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता। जो कहने वाला है वह भी क्या है वो आप सब जानते हैं।

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