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महाकुंभ में आखिरी वीकेंड पर भारी भीड़: योगी सरकार के निर्देशों के बावजूद श्रद्धालु 10 किमी तक पैदल चलने को मजबूर
प्रयागराज में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़, वाहनों की एंट्री पूरी तरह बंद
महाकुंभ 2025 अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, और इस आखिरी वीकेंड पर प्रयागराज में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम स्नान और दर्शन के लिए पहुंचे हैं, जिससे शहर की सड़कों और घाटों पर जबरदस्त भीड़ नजर आ रही है।
हालांकि, योगी सरकार और प्रशासन द्वारा भीड़ नियंत्रण के सख्त निर्देश दिए गए थे, लेकिन बावजूद इसके लोग 10 किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं, क्योंकि प्रयागराज में वाहनों की एंट्री पूरी तरह बंद कर दी गई है।
भीड़ नियंत्रण के बावजूद नहीं मिल रही राहत
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही निर्देश दिया था कि भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित किया जाए, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि श्रद्धालुओं की संख्या प्रशासन की उम्मीदों से कहीं ज्यादा है।
- सभी मुख्य मार्गों पर भारी जाम – प्रयागराज में प्रवेश करने वाले सभी मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक को रोक दिया गया है।
- पार्किंग की कमी – पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह से फुल हो चुकी है, जिससे लोगों को शहर से 8-10 किमी दूर ही वाहन छोड़कर पैदल आना पड़ रहा है।
- पैदल यात्रियों की लंबी कतारें – संगम तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु घंटों तक पैदल चलने के लिए मजबूर हैं।
प्रशासन ने क्यों लिया वाहनों की एंट्री बैन का फैसला?
प्रयागराज में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए प्रशासन ने वाहनों की एंट्री बंद करने का निर्णय लिया।
- सुरक्षा कारणों से यह फैसला किया गया ताकि भगदड़ जैसी स्थिति न बने।
- भारी संख्या में लोग स्नान और दर्शन के लिए आ रहे हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही में कठिनाई हो रही थी।
- कुंभ मेले में लगातार बढ़ती भीड़ की वजह से घाटों तक पहुंचना मुश्किल हो गया था।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया: ‘धार्मिक यात्रा में इतनी कठिनाई’
श्रद्धालु प्रशासन की व्यवस्थाओं से कुछ नाखुश नजर आ रहे हैं।
🙏 वाराणसी से आए रमेश तिवारी – “हम लोग पूरे परिवार के साथ दर्शन के लिए आए हैं, लेकिन 10 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। बुजुर्गों और बच्चों को लेकर इतनी दूरी तय करना बहुत मुश्किल हो रहा है।”
🙏 गुजरात से आए भावेश पटेल – “महाकुंभ में इतनी बड़ी भीड़ होगी, इसका अंदाजा था, लेकिन वाहन पार्क करने के बाद इतनी दूर पैदल आना कठिन है। प्रशासन को बस सेवा चलानी चाहिए थी।”
भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन के कदम
प्रयागराज प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
✅ वाहनों की एंट्री बैन – बाहरी वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा।
✅ शटल बस सेवा – पार्किंग से संगम घाट तक सीमित बस सेवा उपलब्ध कराई गई है।
✅ पुलिस की तैनाती – सुरक्षा के लिए 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी और होमगार्ड तैनात हैं।
✅ ड्रोन सर्विलांस – भीड़ को मैनेज करने के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।
महाकुंभ के अंतिम दिन और बढ़ेगी भीड़
➡️ महाकुंभ 2025 के आखिरी वीकेंड और अंतिम स्नान के दिन और भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
➡️ प्रशासन का अनुमान है कि सिर्फ इस वीकेंड पर 50 लाख से ज्यादा लोग प्रयागराज पहुंच सकते हैं।
➡️ सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है और बस सेवाओं को भी बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
अगर आप भी महाकुंभ में अंतिम दिनों में जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
✔️ अपनी यात्रा पहले से प्लान करें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
✔️ अपना वाहन शहर के बाहर ही पार्क करें और पैदल या शटल बस से आगे बढ़ें।
✔️ भीड़भाड़ से बचने के लिए जल्दी पहुंचने की कोशिश करें।
✔️ बुजुर्गों और बच्चों के लिए सुविधाओं की पहले से व्यवस्था करें।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 के आखिरी वीकेंड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, जिससे प्रयागराज प्रशासन को वाहनों की एंट्री पूरी तरह बंद करनी पड़ी। लोगों को 10 किमी तक पैदल चलने की परेशानी हो रही है, लेकिन सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए यह कदम उठाया गया है।
➡️ अगर आप भी महाकुंभ के लिए जा रहे हैं, तो अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और प्रशासन के नियमों का पालन करें।
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