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सुनीता विलियम्स की वापसी में कितने खतरे: स्पेसक्राफ्ट का एंगल बदला तो जल जाएगा, सभी पैराशूट खुलना जरूरी

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अंतरिक्ष में ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा बनने के बाद भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जल्द ही पृथ्वी पर लौटने वाली हैं। लेकिन उनकी वापसी आसान नहीं होगी। इस दौरान कई गंभीर चुनौतियाँ और जोखिम जुड़े हुए हैं। अगर स्पेसक्राफ्ट का एंगल थोड़ा भी गलत हुआ, तो यह जल सकता है, और सभी छह पैराशूट का सही समय पर खुलना बेहद जरूरी होगा।

स्पेसक्राफ्ट की सही एंट्री क्यों जरूरी?

अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौटने के लिए किसी भी स्पेसक्राफ्ट को एक सटीक एंट्री एंगल पर वायुमंडल में प्रवेश करना पड़ता है। अगर यह एंगल बहुत तेज (steep) हुआ तो घर्षण और वायुमंडलीय दबाव के कारण स्पेसक्राफ्ट जल सकता है। अगर एंगल बहुत धीमा (shallow) हुआ, तो यह पृथ्वी के वायुमंडल से वापस स्पेस में उछल सकता है।

वापसी के दौरान कौन-कौन से खतरे हैं?

  1. री-एंट्री एंगल की सटीकता – कुछ डिग्री का भी फर्क अंतरिक्ष यान को जला सकता है।
  2. हीट शील्ड का काम करना जरूरी – वापसी के समय स्पेसक्राफ्ट पर 1650°C तक तापमान पहुंच सकता है। अगर हीट शील्ड में खराबी आई, तो बड़ा हादसा हो सकता है।
  3. सभी छह पैराशूट का खुलना जरूरी – लैंडिंग के समय अगर कोई पैराशूट सही समय पर नहीं खुला, तो क्रू ड्रैगन कैप्सूल का वेग नियंत्रण से बाहर हो सकता है, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाएगा।
  4. स्प्लैशडाउन (समुद्र में लैंडिंग) के दौरान संभावित समस्याएं – स्पेसक्राफ्ट को समुद्र में सही स्थिति में गिरना होगा, अन्यथा इसमें मौजूद अंतरिक्ष यात्री खतरे में पड़ सकते हैं।

कैसे होगी सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी?

  • स्पेसक्राफ्ट का सही एंट्री एंगल तय किया गया है, ताकि यह सुरक्षित रूप से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सके।
  • नासा और बोइंग की टीमें लगातार अंतरिक्ष यान के डेटा को मॉनिटर कर रही हैं।
  • पैराशूट सिस्टम का कई बार परीक्षण किया जा चुका है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सही समय पर खुलेगा।
  • लैंडिंग के समय समुद्र में रिकवरी टीमें मौजूद रहेंगी, जो अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालेंगी।

कब होगी सुनीता विलियम्स की वापसी?

अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए पृथ्वी पर लौटेंगे। नासा इस मिशन पर करीबी नजर रख रहा है और जैसे ही मौसम और अन्य तकनीकी कारक अनुकूल होंगे, उनकी वापसी की तारीख तय की जाएगी।

निष्कर्ष

सुनीता विलियम्स की यह वापसी बेहद संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण होने वाली है। एक छोटी सी गलती भी जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन नासा और वैज्ञानिकों की पूरी टीम इस मिशन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो सुनीता विलियम्स एक बार फिर सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आएंगी और इतिहास रचेंगी।

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