मध्य प्रदेश

IPL मैनेजर को सुसाइड के लिए उकसाने वाला SI गिरफ्तार,सरेंडर के इरादे से कोर्ट में पत्नी साले के साथ पहुंचा था, पुलिस ने उठाया

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मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक आईपीएल मैनेजर को सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर (SI) को गिरफ्तार किया गया है। यह SI कोर्ट में सरेंडर करने के इरादे से अपनी पत्नी और साले के साथ पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने उसे वहीं से उठा लिया।

मामले की शुरुआत तब हुई जब आईपीएल मैनेजर ने आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट में SI का नाम लिखा पाया गया। इस सुसाइड नोट में लिखा था कि SI ने उसे इतनी मानसिक यातना दी थी कि वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया। इसके बाद पुलिस ने इस सुसाइड नोट को आधार बनाकर SI के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू की।

SI ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सरेंडर करने का फैसला किया और कोर्ट पहुंचा। लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी पहले ही मिल गई थी और उन्होंने कोर्ट परिसर में ही SI को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल SI को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने कहा कि वह इस मामले में सभी संबंधित पहलुओं की जांच कर रहे हैं ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को उचित सजा मिल सके।

भोपाल में फायर सेफ्टी नियमों का उल्लंघन करने वाले दो कोचिंग सेंटरों पर गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, एक गेम जोन और एक कैफे पर भी कार्रवाई की गई है। 15 दिन पहले इन सभी के संचालकों को फायर सेफ्टी के उचित इंतजाम करने की हिदायत दी गई थी, लेकिन उन्होंने इन निर्देशों का पालन नहीं किया।

नगर निगम और फायर डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने इन कोचिंग सेंटरों, गेम जोन और कैफे की जांच की थी। जांच के दौरान पाया गया कि इन स्थानों पर फायर सेफ्टी के नियमों का सख्ती से उल्लंघन हो रहा है। इन्हें चेतावनी दी गई थी कि अगर 15 दिनों के अंदर फायर सेफ्टी के उचित प्रबंध नहीं किए गए तो कार्रवाई की जाएगी।

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जब संचालकों ने इस हिदायत को नजरअंदाज किया, तो नगर निगम और फायर डिपार्टमेंट ने मिलकर इन संस्थानों पर छापा मारा। कोचिंग सेंटरों, गेम जोन और कैफे को बंद कर दिया गया और जुर्माना भी लगाया गया। अधिकारियों ने कहा कि फायर सेफ्टी को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि इससे बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं और लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।

यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि प्रशासन फायर सेफ्टी के मामले में सख्त है और किसी भी तरह की कोताही को गंभीरता से लेगा। इससे अन्य संस्थानों को भी सख्त संदेश गया है कि वे फायर सेफ्टी के नियमों का पालन करें अन्यथा उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई हो सकती है।

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