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G20 में देश के नाम की पट्‌टी पर BHARAT,पहली बार INDIA नाम नहीं, स्मृति ईरानी बोलीं- ये उम्मीद और विश्वास का नया नाम..

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नई दिल्ली में आज से G20 समिट शुरू हो गई है। इस इवेंट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में जब उद्घाटन भाषण दिया, तो जो तस्वीर सामने आई उसने सबका ध्यान खींचा। पीएम मोदी के आगे देश का नाम India नहीं Bharat लिखा था।

ये पहला मौका है जब किसी इंटरनेशनल इवेंट में प्रधानमंत्री की सीट के सामने देश का नाम INDIA नहीं लिखा गया है। पिछली G20 बैठक इंडोनेशिया के बाली में 14 से 16 नवंबर को हुई थी। तब पीएम मोदी के आगे देश का नाम इंडिया ही लिखा था।

इस मौके पर स्मृति ईरानी ने पीएम की तस्वीर शेयर करके कहा- उम्मीद और विश्वास का नाम- भारत।

इस विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब राष्ट्रपति भवन की तरफ से आयोजित किए गए डिनर के इनविटेशन कार्ड पर President Of India की जगह President Of Bharat लिखा गया था।

इसी दिन पीएम मोदी के इंडोनिशिया दौरे की घोषणा के लेटर पर भी इंडिया की जगह भारत नाम दिखाई दिया। PM के इस दौरे के कार्यक्रम से जुड़ा एक कार्ड BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने शेयर किया। जिसमें ‘प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत’ लिखा नजर आया है।

कांग्रेस ने एक तस्वीर शेयर की, जिसमें देश के संविधान की प्रस्तावना लिखी है। साथ ही एक कैरिकेचर को देश का नाम बदलते हुए दिखाया गया है। कैप्शन में कांग्रेस ने लिखा- ‘INDIA को मिटाना नामुमकिन है।’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस की इस पोस्ट का स्क्रीन शॉट शेयर किया।

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उन्होंने कांग्रेस की ओर से शेयर की गई संविधान की प्रस्तावना में स्पेलिंग मिस्टेक्स होने का दावा किया। जिन पर उन्होंने लाल घेरे किए हैं। इसके कैप्शन में जेपी नड्डा ने लिखा- क्या हम उस पार्टी से कोई उम्मीद कर सकते हैं, जो भारत की प्रस्तावना तक नहीं जानती। कांग्रेस = संविधान और डॉ. अंबेडकर के प्रति सम्मान की कमी। शर्मनाक!

6 सितंबर: PM ने मंत्रियों से कहा- इंडिया-भारत विवाद पर न बोलें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (6 सितंबर) को केंद्रीय मंत्रिपरिषद के साथ मीटिंग की थी। इस दौरान उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे इंडिया बनाम भारत के विवाद पर न बोलें। साथ ही G20 समिट पर अधिकृत व्यक्ति के अलावा कोई मिनिस्टर बयान न दें।

INDIA और BHARAT नाम विवाद पर किसने-क्या कहा…

  • राघव चड्ढा ने एक पोस्ट में लिखा- G20 सम्मेलन के इन्विटेशन कार्ड पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखकर भाजपा ने एक नई बहस छेड़ दी है। भाजपा INDIA को कैसे खत्म कर सकती है। देश किसी राजनीतिक दल का नहीं है; यह 135 करोड़ भारतीयों का है। हमारी राष्ट्रीय पहचान भाजपा की निजी संपत्ति नहीं है जिसे वह अपनी इच्छानुसार बदल सके।
  • जयराम रमेश ने लिखा, ‘ये खबर वाकई सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को G20 डिनर के लिए जो इन्विटेशन भेजा है। जिसमें India की जगह Bharat लिखा गया है। संविधान में अनुच्छेद 1 के मुताबिक, INDIA जिसे भारत कहते हैं वह राज्यों का एक संघ होगा, लेकिन अब इस राज्यों के संघ पर भी हमला हो रहा है।
  • हिमंत बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट किया- रिपब्लिक ऑफ भारत- खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारी सभ्यता अमृत काल की ओर तेजी से बढ़ रही है।
  • दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा, INDIA नाम के अलायंस बनने के बाद ये देश का नाम बदल रहे हैं। अगर कल इंडिया अलायन्स ने मीटिंग करके अपना नाम भारत रख लिया तो क्या ये भारत का नाम भी बदल देंगे और क्या ये भारत का नाम बीजेपी रख देंगे।
  • कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, पीएम मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ जैसे नाम दिए थे। स्किल इंडिया’, ‘खेलो इंडिया’…वे (भाजपा) ‘इंडिया’ शब्द से डरते हैं, संविधान का अनुच्छेद 1 कहता है ‘इंडिया, दैट इज भारत’…यह नाम (इंडिया) कैसे हटाया जा सकता है?
  • कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, हमारे संविधान में साफ लिखा है कि ये ‘कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया’ है। इंडिया शब्द से पूरी दुनिया पहचानती है। मुझे नहीं लगता कि इसे बदलने की आवश्यकता है।
  • पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने सवाल किया कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश का नाम बदला जा रहा। हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं… कुछ भी नया करने को नहीं है। दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है।
  • बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन से बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डर गए हैं। ये लोग अब इंडिया का नाम बदलने की साजिश कर रहे हैं। विपक्षी गठबंधन का नारा है- बढ़ेगा भारत-जीतेगा इंडिया।
  • तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, अब बीजेपी ‘इंडिया’ को ‘भारत’ में बदलना चाहती है…बीजेपी ने बदलाव का वादा किया है लेकिन हमें 9 सालों के बाद केवल नाम बदला हुआ मिला है।
  • केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, उन्हें हर चीज से समस्या है और मुझे नहीं है। मैं ‘भारतवासी’ हूं, मेरे देश का नाम ‘भारत’ था और हमेशा ‘भारत’ ही रहेगा। अगर कांग्रेस को इससे दिक्कत है तो उन्हें इसका इलाज खुद ढूंढना चाहिए।”
  • बीजेपी नेशनल जनरल सेक्रेटरी तरुण चुघ ने कहा, भारत कहने या लिखने में दिक्कत क्यों है? आप शर्म क्यों महसूस कर रहे हैं। हमारे राष्ट्र को प्राचीन काल से ही भारत कहा जाता रहा है और इसका उल्लेख हमारे संविधान में भी किया गया है। वे बिना वजह गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
  • पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, अब से टीम इंडिया नहीं टीम भारत कहिए। मैं जय शाह से अपील करता हूं वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी में भारत नाम लिखा जाए।
  • बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने लिखा- भारत माता की जय। हालांकि उन्होंने इसका संदर्भ नहीं बताया।

आजादी के बाद संविधान सभा में भारत के नामों पर हुई चर्चा
क्या इसे महज इत्तेफाक माना जाए? ठीक 74 साल पहले 18 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एचवी कामथ ने देश का नाम इंडिया से बदल कर भारत या भारत-वर्ष करने का संशोधन प्रस्ताव पेश किया था। इस पर बहस हुई। हालांकि यह वोटिंग के बाद गिर गया था।

संविधान सभा की बहस के दौरान ‘संघ का नाम और राज्य क्षेत्र’ खंड चर्चा के लिए पेश हुआ। जैसे ही अनुच्छेद 1 पढ़ा गया- ‘India, that is Bharat, shall be a Union of States’। संविधान सभा में इसे लेकर मतभेद उभर आए। फॉरवर्ड ब्लॉक के सदस्य हरि विष्णु कामथ ने अंबेडकर कमेटी के उस मसौदे पर आपत्ति जताई जिसमें देश के दो नाम इंडिया और भारत थे।

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