मध्य प्रदेश
CM ने भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाई,शिवराज बोले- जरूरत पड़ी तो सीहोर-विदिशा तक ले जाएंगे..
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो का सफर किया। इससे पहले सुभाष नगर डिपो में सीएम शिवराज ने कहा, मेट्रो यहीं नहीं रुकेगी। इसका विस्तार कर मंडीदीप भी ले जाएंगे, जरूरत पड़ी तो सीहोर और विदिशा भी ले जाएंगे।
सीएम शिवराज ने कहा, मैं बचपन से भोपाल आता था। पहले यहां तांगा चलता था। पहले छोटा सा भोपाल था। तांगे वाला भोपाल था। तांगे से आगे बढ़े तो भट्ट सूअर आए। इसके बाद छोटे ऑटो आएं। टैक्सियां चलीं। फिर स्मार्ट बस चलीं। अब हम सफर तय कर रहे हैं तांगे से लेकर मेट्रो तक का।
मजाक उड़ाते थे कि कहां मेट्रो चलेगी…
सीएम शिवराज ने कहा, पहले हमारा मजाक उड़ाते थे कि कहां मेट्रो चलेगी, लेकिन जो हमने कहा था वो किया। गड्ढों वाला मध्यप्रदेश मेट्रो वाला हो गया है। मेट्रो में कार वाला, दोपहिया वाला भी सफर करेगा। ये सभी को एक समान बना देगी।
मेट्रो ट्रायल रन को लेकर उत्सव जैसा माहौल
भोपाल मेट्रो के ट्रायल रन को लेकर सुभाष नगर स्टेशन पर उत्सव का माहौल है। यहां स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स को भी बुलाया गया। साथ ही मेट्रो को देखने के लिए बड़ी संख्या में लाेग पहुंचें। मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर, विष्णु खत्री, महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, मध्य विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी धुरुनारायण सिंह, उत्तर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा भी मंच पर मौजूद रहे।
17 सितंबर को भोपाल पहुंचे थे मेट्रो कोच
गुजरात के सांवली (वडोदरा) से करीब 850 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 17 सितंबर की रात में कोच भोपाल लाए गए थे। 18 सितंबर को उन्हें डिपो में बने इंस्पेक्शन बे लाइन (IBL) पर लाया गया था। इसके बाद सीनियर इंजीनियर्स, टेक्निकल एक्सपर्ट्स, सुपरवाइजर सहित 50 से ज्यादा लोगों की टीम कोच को कनेक्ट करने और उनकी टेस्टिंग में लगी थी। 8 दिन यह काम करने के बाद 26 सितंबर को मेट्रो ट्रैक पर चलाकर देखी गई थी। 6 दिन तक मेट्रो को कई बार ट्रैक पर लाया गया। सोमवार को भी मेट्रो को ट्रैक पर चलाकर देखा गया।
सीएम के लिए बिछाया रेड कारपेट
सुभाष नगर से आरकेएमपी के बीच कुल पांच स्टेशन है, लेकिन मेट्रो दो स्टेशन सुभाष नगर और आरकेएमपी तक ही जाएगी। केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल और एमपी नगर स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेंगी। सीएम जिस स्टेशन से मेट्रो में सवार होंगे और जहां उतरेंगे, उन दोनों ही स्टेशनों को चमकाया गया है। यहां एस्केलेटर, सीढ़ियां और फुट ओवर ब्रिज का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं, रेड कारपेट बिछाया गया है। मेट्रो कोच और स्टेशन को फूलों से सजाया है।
अब जानिए, कोच की खासियत
- मेट्रो ट्रेन के प्रत्येक कोच की 22 मीटर लंबाई और 2.9 मीटर चौड़ाई है।
- मेट्रो के एक कोच में करीब 50 पैसेंजर बैठ सकते हैं। वहीं, इसमें 300 पैसेंजर के खड़े रहने की क्षमता है।
- अनअटेंटेड ट्रेन ऑपरेशन (यूटीओ) मोड।
- स्वचालित ट्रैक निगरानी प्रणाली।
- ऊर्जा बचत सुविधाएं।
- ट्रेन नियंत्रण और प्रबंधन प्रणाली (टीसीएमएस) में साइबर सुरक्षा सुविधाएं।
- इंटेलिजेंट सीसीटीवी सिस्टम (आईसीसीटीवी)।
- पकड़ने के लिए ग्रैब हैंडल।
- एलईडी पैनल/डिजिटल रूट मैप एवं साइनेज।
- एयर कंडिशनर कोच हैं।
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