छत्तिश्गढ़

CG में खदान धंसने से 6 लोगों की मौत…

Published

on

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक छुई खदान धंसने से वहां काम कर रहे 6 मजदूरों की दबने से मौत हो गई। मृतकों में 5 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल है। दो घायलों में एक 14 साल की लड़की भी शामिल है। दोनों का नजदीकी अस्पताल में इलाज जारी है।

मलबे के नीचे कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू टीम ने काफी देर तक मलबा हटाकर सर्चिंग अभियान चलाया। मलबा हटाने के बाद वहां कोई और लोगों के नहीं दबे होने की पुष्टि होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद किया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके से रवाना हो चुकी है।

जानकारी के मुताबिक खदान मालगांव में स्थित है। इस खदान में अवैध उत्खनन का काम चल रहा था। गांव के कुछ लोग खदान के नीच उतरकर मिट्टी निकाल रहे तभी अचानक जमीन धंस गई। वहां नीचे मौजूद लोग दब गए। पास में ही खड़े अन्य मजदूरों ने इसकी जानकारी फौरन प्रशासन को दी। मौके पर NDRF और SDRF की टीम पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया।

मलबे में दबे लोगों को निकालकर तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 7 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। दो घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। खदान में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका पर टीम लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही है।

दरअसल, मालगांव में जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पर ग्रामीणों ने मुरुम खोद कर करीब 10 फीट लंबी सुरंग बना दी थी। अंदर से रोज छुई मिट्टी निकालते थे। शुक्रवार की दोपहर भी गांव वाले मिट्टी निकाल रहे थे। इस दौरान अचानक मिट्टी धंस गई। जिससे अंदर मौजूद ग्रामीण फंस गए और उनकी मौत हो गई।

Advertisement

मालगांव में शासकीय भूमि पर अवैध रूप से छुई मिट्टी निकालने उत्खनन जारी था। इलाके के लोग रोजाना यहां से मिट्टी निकालकर अपने घरेलू काम के लिए लेते थे। ऐसा बताया जा रहा है कि, इस जगह पर करीब सालभर से छुई मिट्टी निकालने का काम जारी था। इसकी जानकारी प्रशासन को भी नहीं थी। इस हादसे के बाद ग्रामीणों को खनन करने के लिए मना कर दिया गया है।

हादसे में घायल हुई एक महिला समेत 14 साल की लड़की को मालगांव के ही प्राथमिक स्वास्थ्य में केंद्र लाया गया है। जहां दोनों का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि, दोनों को मामूली चोट ही आई है। फिलहाल दोनों काफी घबराई हुई हैं। बात करने की स्थित में नहीं हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मालगांव छुई खदान में हुए हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने 6 ग्रामीणों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। CM ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इसके साथ ही सभी घायलों के बेहतर उपचार के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं।

सूरजपुर में 6 महीने पहले SECL की बंद पड़ी कोयला खदान धंसने से दो ग्रामीणों की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों ग्रामीण कोयला चोरी करने के लिए खदान में गए थे। इसी दौरान हादसा हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, भटगांव के दुग्गा में SECL की कोयला खदान थी। जिसे कुछ साल पहले बंद किया जा चुका है। इसी खदान से बनिया टिकरी बैजनाथपुर निवासी रामेश्वर राजवाड़े और सुख लाल राजवाड़े कोयला चोरी करने के लिए गए थे। इसी दौरान खदान की मिट्‌टी धंसकने से दोनों उसी में दब गए और उनकी मौत हो गई।

Advertisement

प्रतापपुर SDOP अमोलक सिंह ने बताया कि रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि SECL की दुग्गा में बंद खदान में दो व्यक्ति दबे हुए हैं। वहां पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

Source:- Dainik Bhaskar

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply

Cancel reply

Trending

Exit mobile version