Connect with us

मध्य प्रदेश

कांग्रेस को ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर

Published

on

मध्यप्रदेश कांग्रेस को अभी से ही ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर सता रहा है। ऐसे में कांग्रेस 3 दिसंबर को आने वाले विधानसभा चुनाव परिणाम के पहले ही अपने प्रत्याशियों को सच्ची निष्ठा, ईमानदारी और पार्टी न छोड़ने, पार्टी के साथ बने रहने की शपथ दिलवाएगी। जी हां सूत्रों को माने तो भोपाल में 26 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ये शपथ दिलवाई जायेगी। दरअसल, इस दिन कांग्रेस ने अपने सभी प्रत्याशियों को मतगणना ट्रेनिंग के लिए भोपाल बुलाया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इसी दिन ट्रेनिंग के बाद ये शपथ दिलवाई जायेगी। ताकि परिणाम आने के बाद कोई भी प्रत्याशी विधायक बनने पर किसी प्रकार के प्रलोभन में न आए।

रहेगी सीनियर लीडर की नजर

इसके साथ ही कांग्रेस के सीनियर लीडर सभी उम्मीदवारों पर नजर भी रखेंगे। संभागवार कांग्रेस की ओर से जिम्मेदारी सीनियर विधायकों को दे दी गई है। बता दें, 2018 में कांग्रेस की सरकार आने पर ‘ऑपरेशन लोटस’ की चर्चा जोरों पर रही थी। कांग्रेस के कई विधायक टूटकर बीजेपी में चले गए थे, जिससे कांग्रेस के हाथ से सत्ता फिर छिन गई थी।

इनका कहना है 
इधर, कांग्रेस वचन पत्र समिति के अध्यक्ष और सीनियर लीडर राजेंद्र सिंह का कहना है कि दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। उन्होंने कहा कि पिछली बार मिस कम्युनिकेशन की वजह से कुछ गलतियां हुई थीं, लेकिन इस बार सभी वरिष्ठ नेता प्रत्याशियों के संपर्क में हैं। गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस में कोई भी बड़ा नेता नहीं है। कमलनाथ ही सबसे सीनियर हैं। ऐसी स्थिति में इस बार पहले जैसे हालात नहीं बनेंगे।

इधर, कांग्रेस वचन पत्र समिति के अध्यक्ष और सीनियर लीडर राजेंद्र सिंह का कहना है कि दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। उन्होंने कहा कि पिछली बार मिस कम्युनिकेशन की वजह से कुछ गलतियां हुई थीं, लेकिन इस बार सभी वरिष्ठ नेता प्रत्याशियों के संपर्क में हैं। गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस में कोई भी बड़ा नेता नहीं है। कमलनाथ ही सबसे सीनियर हैं। ऐसी स्थिति में इस बार पहले जैसे हालात नहीं बनेंगे।

Advertisement
Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply