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मध्य प्रदेश

CM का ऐलान- भोपाल में बनेगा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम..

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि भोपाल में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। यहां कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी होगा। सीएम शिवराज सिंह ने ये घोषणाएं 1 जून गुरुवार को भोपाल गौरव दिवस के मौके पर की है। इसके साथ ही अगले साल से इस दिन भोपाल में सरकारी छुट्टी का भी ऐलान किया है। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि होशंगाबाद रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। कमला पार्क से लालघाटी तक 8 लेन ऐलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। केबल-कार और रोप-वे चलाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। सीएम ने वेस्टर्न बायपास बनाने की भी बात कही।

भोपाल गौरव दिवस के मौके पर राजधानी के मोतीलाल नेहरु स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसमें गीतकार मनोज मुंतशिर और गायिका श्रेया घोषाल भी शामिल हुई। गीतकर मनोज मुंतशिर ने मंच से कहा कि शिव के राज में भोपाल का नाम भोजपाल नहीं होगा तो कब होगा। वहीं बॉलीवुड सिंगर श्रेया घोषाल ने एक से एक प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने ‘मशहूर मेरे इश्क की कहानी हो गई..गाने से शुरुआत की।

भोपाल को दुनिया में सबसे अच्छा शहर बनाने का दिलवाया संकल्प
सीएम शिवराज ने कहा कि यह हमारा गौरव दिवस ही नहीं, बल्कि स्वतंत्रता दिवस भी है। यहां पर विलीनीकरण आंदोलन चला, जिसके बाद हमें स्वतंत्रता मिली। बोरास के 4 लोग शहीद हुए। भोपाल केवल नवाबों का ही नहीं, राजा भोज का भोजपाल भी है। यह सिर्फ शहर नहीं, यह एक काल है, जो बेमिसाल है। भोपाल का इतिहास गौरवशाली है।

सीएम शिवराज ने मौजूद लोगों को संकल्प दिलाया कि सभी लोग मिल कर भोपाल को हिंदुस्तान और दुनिया के सबसे अच्छे शहरों में से एक बनाएंगे। भोपाल को और आगे ले जाना है। इसे नंबर वन बनाना है। यहां नशे का अपराध नहीं चल पाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई भी नशे का अपराध करेगा, तो उसे नेस्तनाबूत किया जाएगा।

कार्यक्रम में सीएम के बाद मनोज मुंतशिर ने माइक संभाला। उन्होंने जय भोपाल, जय-जय श्रीराम करके संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण वास्तु शास्त्र से किया गया है, इसीलिए आसुरी शक्तियां संसद भवन से दूर रहीं। भोपाल के इतिहास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जो कभी कश्मीर मांगते थे, आज आटा मांगने पर मजबूर हैं। पाकिस्तान की इकलौती सेना है, जिसने अभी तक एक भी युद्ध नहीं जीता, लेकिन एक भी चुनाव नहीं हारा। यह दुनिया में इकलौती सेना है, जो चुनाव लड़ती है।

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कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और महापौर मालती राय भी पहुंची । कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. समीक्षा शर्मा के कत्थक नृत्य से हुई। इसके बाद बाबा महाकाल की भस्मारती की नृत्य प्रस्तुति भी हुई। कॉमेडियन कृष्णा-सुदेश ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया। इससे पहले लेजर शो भी किया गया।

एक जून पर अवकाश की घोषणा

इससे पहले, गुरुवार सुबह 8:15 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 जून को भोपाल विलीनीकरण और भोपाल गौरव दिवस के अवसर पर शासकीय अवकाश की घोषणा की थी। उन्होंने एक शोध संस्थान बनाने की बात भी कही, ताकि राजा भोज और रानी कमलापति आदि का इतिहास युवा पीढ़ी को बताया जा सके।

सीएम चौहान ने भोपाल गेट पर विलीनीकरण (भोपाल स्वतंत्रता दिवस) दिवस पर झंडा वंदन भी किया था। वहीं, मशाल प्रज्जवलित कर शहीदों को पुष्पांजलि अर्जित की थी। साथ में भोपाल गेट पर ही स्वच्छता सैनिकों का सम्मान भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ था, लेकिन भोपाल स्वतंत्र नहीं हुआ था। यहां के नवाब ने भोपाल रियासत को भारत में विलीन करने से इनकार कर दिया था। तब विलीनीकरण आंदोलन चला था। लगातार पौने दो साल भोपाल रियासत में रहने वाले लोगों ने भोपाल को भारत में विलीन कराने के लिए आंदोलन किया। भोपाल भारत का हिस्सा बने, इसलिए खून की अंतिम बूंद तक दे दी।

पं. उद्धवदास मेहता, मास्टर लाल सिंह, बालकृष्ण गुप्ता, डॉ. शंकरदयाल शर्मा समेत कई महापुरुषों ने भोपाल विलीनीकरण की लड़ाई लड़ी। लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जब नवाब को आंखें दिखाई तो 1 जून 1949 को भोपाल भारत का अंग बना, इसलिए भोपाल ने तय किया कि भोपाल की आजादी का दिन ही गौरव दिवस होगा।

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मैं प्रणाम करता हूं…

सीएम ने कहा कि मैं विलीनीकरण आंदोलन के शहीदों को प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं। भोपाल का इतिहास सबको पता रहना चाहिए, इसलिए एक शोध संस्थान बनाएंगे। इसमें राजा भोज से लेकर रानी कमलापति आदि का पूरा इतिहास आएगा। अगले वर्ष 1 जून को भोपाल में शासकीय अवकाश रहेगा, ताकि सबको पता रहे कि 1 जून को भोपाल आजाद हुआ था। अवकाश की मांग पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने की थी।

भोपाल के गौरव दिवस की सबको बधाई: सीएम

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल के गौरव दिवस पर सबको बधाई देता हूं। 1 जून को गौरव दिवस मनेगा, क्योंकि इस दिन भोपाल भारत में मिला था। इसलिए सरकारी अवकाश रखा जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को पता होना चाहिए। उन शहीद-क्रांतिकारियों को याद कर सकें, जिन्होंने भोपाल को आजाद कराने में सर्वत्र न्यौछावर कर दिया।

निगम अध्यक्ष बोले- हमीदिया कॉलेज-हॉस्पिटल का नाम बदला जाना चाहिए
गौरव दिवस पर नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने हमीदिया कॉलेज और हमीदिया हॉस्पिटल का नाम बदले जाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि जिस हमीद उल्ला ने भोपाल की आजादी का विरोध किया। भोपाल रियासत को पाकिस्तान में शामिल करना चाहा। उसके नाम से हमीदिया कॉलेज ओर हमीदिया अस्पताल का नाम नहीं होना चाहिए।

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4 जून तक होंगे कार्यक्रम

गौरव दिवस के उपलक्ष्य में एक्टिविटी की शुरुआत बुधवार से ही हो गई। पहले दिन गौरव दौड़, गौरव यात्रा निकाली गई। वहीं, बोट क्लब पर वाटर कार्निवल का शुभारंभ भी हुआ। शाम को फूड फेस्टिवल और शिल्प मेले की शुरुआत भी की गई। 4 जून तक चलने वाले समारोह में कला, संस्कृति, फूड स्टॉल और खेलों से जुड़े विभिन्न आयोजन होंगे।

बड़े तालाब में वाटर कार्निवल
बुधवार से वॉटर कार्निवाल शुरू हुआ, जिसमें बड़े तालाब पर कई प्रकार के वॉटर स्पोर्ट्स की प्रतियोगिताएं होंगी। यह कार्निवल 4 जून तक जारी रहेगा। भोपाल गौरव दिवस के अवसर पर नगर निगम भोपाल की ओर से जुमेराती से विशेष शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान भोपाल शहर के सभी 85 वार्डों के सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा।

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