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कर्नाटक में सिद्धारमैया ने दूसरी बार CM की शपथ ली..
कर्नाटक में शनिवार को कांग्रेस की सरकार बन गई। सिद्धारमैया ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने दोपहर 12.30 बजे उन्हें पद की शपथ दिलाई। इनके बाद, डीके शिवकुमार ने इकलौते डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली।
डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज और एमबी पाटिल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे (मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे), रामालिंगा रेड्डी और जमीर अहमद खान ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। कांग्रेस ने 224 सीटों में से 135, बीजेपी ने 66 और जेडीएस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन कांग्रेस में सीएम पद को लेकर पांच दिन तक मंथन चलता रहा। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच दावेदारी थी। आलाकमान ने सिद्धारमैया को चुना। डीके को सोनिया गांधी ने डिप्टी सीएम के लिए मनाया।
शपथ ग्रहण में नौ विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद रहे। इनमें महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), नीतीश कुमार (जेडीयू), तेजस्वी यादव (आरेजेडी), डी राजा और सीताराम येचुरी (लेफ्ट), एमके स्टालिन (डीएमके), शरद पवार (एनसीपी), फारूख अब्दुल्ला (नेशनल कांग्रेस), कमल हासन (मक्कल नीधि माईम) शामिल हैं।
इनके अलावा, कांग्रेंस से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। सोनिया गांधी नहीं पहुंचीं।
कर्नाटक कांग्रेस ने शपथ समारोह के लिए जिन नेताओं को न्योता नहीं दिया है उनमें भाजपा, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP), ओडिशा के CM नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (BJD), तेलंगाना के CM के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS), आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री YS जगनमोहन रेड्डी की पार्टी (YSR कांग्रेस), केरल के CM पी विजयन शामिल हैं।
2018 में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण में भी विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे। तब JDS के एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनाए गए थे। समारोह में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, RJD से तेजस्वी यादव, CPI(M) के सीताराम येचुरी, NCP के शरद पवार, RLD के अजित सिंह शामिल हुए थे।
8 में से सबसे ज्यादा 3 मंत्री एससी से, साउथ कर्नाटक को तवज्जो दी
पहली कैबिनेट में नॉर्थ कर्नाटक की जगह साउथ कर्नाटक को तवज्जो दी गई है। साउथ कर्नाटक से 5 मंत्री हैं, जबकि नॉर्थ से सिर्फ 3 हैं। वहीं, 8 में से सबसे ज्यादा 3 मंत्री एससी से हैं। बाकी समुदाय से भी मंत्री बनाकर कांग्रेस ने सोशल इंजीनियरिंग की है।
सीएम कुरुबा से तो डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार वोक्कालिका जाति से हैं। इनके अलावा, डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, प्रियांक खड़गे एससी से हैं। सतीश जारकीहोली एसटी, एमबी पाटिल लिंगायत कम्युनिटी, केजी जॉर्ज क्रिश्यन, जमीर अहमद खान मुस्लिम, रामालिंगा रेड्डी रेड्डी समुदाय से हैं।
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार गुट के नेता बाद में बनेंगे मंत्री
कर्नाटक कैबिनेट में कुल 34 मंत्रियों को शामिल किया जाना है। अभी सिर्फ 8 को शामिल किया गया है। जिन मंत्रियों ने आज सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के साथ शपथ ली, वे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और आलाकमान के सीधे संपर्क में हैं। यही वजह है कि इनके मंत्री बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार गुट के जिन विधायकों को मंत्री बनाया जाना है, उनके आलाकमान से सीधे कनेक्शन नहीं हैं, इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने पर चर्चा होगी। इसके लिए सीएम और डिप्टी सीएम आज शाम ही दोबारा दिल्ली जा सकते हैं।
आज से ही लागू होंगे कर्नाटक कांग्रेस सरकार के पांच वादे
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने जनता से जो 5 वादे किए हैं, उन्हें आज ही कैबिनेट की पहली बैठक में मंजूरी दी जाएगी। शाम को 4 बजे पहली कैबिनेट की मीटिंग होगी। इसमें सीएम डिप्टी सीएम के साथ 8 मंत्री शामिल होंगे। कांग्रेस आलाकमान ने चुनाव प्रचार में कहा था कि हमने जो वादे किए हैं, उन्हें पहली कैबिनेट में ही पूरा किया जाएगा।
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