मध्य प्रदेश
कमलनाथ बोले-कांग्रेस सरकार आने पर 1 मई को अवकाश रहेगा..
मजदूर दिवस पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ऐलान किया है कि कांग्रेस सरकार आने पर प्रदेश में 1 मई को सरकारी अवकाश करेंगे। कमलनाथ भोपाल के गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना भी साधा।
कमलनाथ ने कहा- मैं गर्व से कहता हूं, मैं हिन्दू हूं, लेकिन बेवकूफ नहीं हूं। लाडली बहना योजना को लेकर उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह को अब बहनें याद आने लगी हैं, लेकिन सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार मध्यप्रदेश में हो रहे हैं। वे कहते है मैं किसान का बेटा हूं, लेकिन कितनी बारिश हुई, किसानों को नुकसान हुआ उनकी बात कीजिए। मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर होता है। हमारी सरकार आएगी, इसमें कोई शक नहीं है।
कमलनाथ ने कहा कि हमारे नौजवानों को क्या मंदिर, मस्जिद में रोजगार मिलेगा? रोजगार तब मिलता है, जब सरकार की नीयत ठीक होती है।
कमलनाथ ने कहा- तय करें खुद को बचाना है या बीजेपी को
कमलनाथ ने कहा- युवा, किसान, मजदूर, महिलाओं सभी को यह सोचना होगा कि खुद को बचना है या बीजेपी को बचाना है। प्रदेश में कितना कर्जा हो चुका है, लेकिन इस कर्ज से किया क्या, आशा बहनों, आउट सोर्स कर्मचारी इनमें से किसी की मांगे पूरी हुई हैं क्या? चुनाव से 8 महीने पहले बहनों की याद आई, किसान पुत्र कहते हैं खुद को, बीते 2-3 महीने में बारिश हुई, ओले पड़े, उनका मुआवजा दीजिए। मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में अंदर है, इस वक्त प्रदेश के नौजवानों को रोजगार देना सबसे बड़ी चुनौती है।
दावेदारों के समर्थकों की तख्तियों और नारेबाजी से नाराज हुए कमलनाथ
सभा में टिकट के दावेदार नेताओं के समर्थक तख्तियां लेकर पहुंचे और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। संजीव सक्सेना, जीत ठाकुर के समर्थक हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे, तो मुकेश नायक ने मंच से कहा – आप लोग अपना नुकसान कर रहे हैं। सभा शुरू हो चुकी है, शांत रहिए। आपको बहुत धन्यवाद। हमें सब मालूम हैं कि आप बहुत बड़ी संख्या में आए हैं। अपने नेता को आप प्रोत्साहित करना चाहते हैं। हम सब जानते हैं कि कौन कितने लोग लेकर आया है। कमलनाथ जी से कोई बात छुपी नहीं है। प्रकाश चौकसे और संजीव सक्सेना के साथ जो लोग आए हैं। मेरी हाथ जोड़कर विनती हैं, कृपया शांत रहें। फिर जैसे ही कमलनाथ बोलने के लिए खड़े हुए तो फिर नारेबाजी शुरू हो गई तो कमलनाथ नाराज हो गए।
पचौरी बोले- महाकाल से आपके मुख्यमंत्री बनने की कामना करता हूं
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने मंच से कहा हमें कष्ट होता है जब कोई आपको भूतपूर्व मुख्यमंत्री कहता है, हमें खुशी होती है जब आप मप्र का नेतृत्व करते हैं। आज सोमवार के पावन दिन पर मैं बाबा महाकाल के यही प्रार्थना करता हूं कि 2023 में आप मप्र का नेतृत्व करें।
50 साल से गोविन्दपुरा में बीजेपी का कब्जा
भोपाल जिले की सात विधानसभाओं में से तीन सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। लेकिन गोविन्दपुरा ऐसी सीट है जहां 50 सालों से बीजेपी का कब्जा है। 1972 में मोहनलाल अस्थाना यहां से कांग्रेस के विधायक बने थे। अस्थाना के बाद 1977 में लक्ष्मीनारायण शर्मा जनता पार्टी से विधायक बने। उसके बाद 1980 में पहली बार बाबूलाल गौर विधायक बने। गोविन्दपुरा से बाबूलाल गौर लगातार 8 बार विधायक रहे। 2018 में गौर की बहू कृष्णा गौर यहां से विधायक चुनी गईं।
जीत का मार्जिन घटा इसलिए कांग्रेस आशान्वित
गोविन्दपुरा विधानसभा 5 दशक से भले बीजेपी के कब्जे में रही हो लेकिन बाबूलाल गौर के निधन के बाद इस सीट पर जीत का अंतर घटा है। 2013 के चुनाव में बाबूलाल गौर ने कांग्रेस के गोविन्द गोयल को 70644 वोटों से हराया था। लेकिन 2018 के चुनाव में जब कृष्णा गौर चुनाव लड़ी तो जीत का अंतर काफी कम हो गया। 2018 के विधानसभा चुनाव में कृष्णा गौर ने कांग्रेस के गिरीश शर्मा को 46359 वोटों से चुनाव हराया। जीत के इस घटते अंतर और गोविन्दपुरा में बदली हुई परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस इस सीट को लेकर आशान्वित है।
लेबर वर्ग के बीच पकड़ बनाने की कवायद
भोपाल में गोविन्दपुरा औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही भेल जैसा बड़ा कारखाना है। इस क्षेत्र में श्रमिकों की बड़ी आबादी रहती है। यहां से बीजेपी नेता स्वर्गीय बाबूलाल गौर को श्रमिक वर्ग का समर्थन मिलता रहा है। अब कांग्रेस श्रमिक दिवस के बहाने लेबर वर्ग में पैठ बनाने की कवायद में जुटी है।
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