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जंतर-मंतर पर रेसलर्स का धरना-सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई..

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जंतर-मंतर पर रेसलर्स का धरना-सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई.. February 5, 2025

भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का आज छठा दिन है। पहलवानों के समर्थन में बड़े एथलीट्स और बॉलीवुड स्टार्स ने बयान दिए हैं।

ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने कहा- सड़क पर इंसाफ मांग रहे एथलीट्स को देखकर कष्ट होता है, इन्हें न्याय मिलना चाहिए। एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने कहा कि इन्हें इंसाफ नहीं मिला तो देर हो जाएगी।

एक नाबालिग रेसलर समेत 7 महिला खिलाड़ियों ने 21 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दी थी, पर केस दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद रेसलर्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। अदालत आज इस याचिका पर सुनवाई करेगी।

सुप्रीम कोर्ट में खिलाड़ियों की दलील: सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्‍बल ने मंगलवार को CJI डीवाई चंद्रचूड़ की अध्‍यक्षता वाली बेंच के सामने याचिका रखी। कहा- यौन शोषण के आरोप पर कोई FIR दर्ज नहीं की गई। पीड़‍िता उस वक्‍त 16 साल की थी, गोल्‍ड मेडल जीता है।

सुप्रीम कोर्ट का जवाब: CJI चंद्रचूड़ ने कहा था- पहलवानों के आरोप बेहद गंभीर हैं। इन लोगों ने देश और दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। हम दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करते हैं। इस मामले को हम देखेंगे।

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पहलवानों को समर्थन में 2 बयान

1. नीरज चोपड़ा: यह देखकर कष्ट होता है कि हमारे एथलीट इंसाफ के लिए सड़क पर बैठे हैं। उन्होंने हमारे देश को गौरवान्वित किया है, कड़ी मेहनत की है। एक राष्ट्र के तौर पर हम हर किसी के सम्मान और ईमानदारी की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। यह संवेदनशील मसला है। हमें बिना पक्षपात किए और पारदर्शिता से इस मामले से निपटना चाहिए। इन लोगों को इंसाफ मिलना चाहिए।

2. उर्मिला मतोंडकर: मैं इस देश की बेटी और आप और मेरे घर में बैठे हर बेटी और बहन की तरफ से बात कर रही हूं। हमारे देश की वह बेटियां जिन्होंने इस देश को मान सम्मान, कई मेडल दिलवाए हैं। वह बेटियां जंतर-मंतर पर बैठी हुई हैं। ऐसे देश में जहां पर महिलाओं को देवियों का दर्जा दिया गया है। वे न्याय की भीख मांग रही हैं। क्या यह सही है? गृहमंत्री और खेल मंत्री गुहार सुनिए। जब आप उनके साथ नहीं खड़े होंगे तो इस फील्ड में ही नहीं बल्कि बाकी खेलों में भी बेटी बचाओ के नारे देने का क्या मतलब रह जाता है?

पहलवानों के धरने के खिलाफ 2 बयान

1. भारतीय ओलिंपिक अध्यक्ष पीटी उषा: पहलवानों का सड़कों पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है। इससे भारत की छवि खराब हो रही है।

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2. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर: इस गेम के कुछ खिलाड़ी विरोध कर रहे हैं, जो कि गलत है। मैं खुद पहलवानों की साढ़े 12 घंटे बात सुन चुका हूं। आधी रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। किसी भी थाने में कोई भी FIR दर्ज करा सकता है। मोदी सरकार हमेशा खिलाड़ियों के साथ खड़ी रही है। कोई समझौता नहीं करेंगे।

धरने के खिलाफ बयानों पर पहलवानों का जवाब

बजरंग पूनिया ने कहा, “खेल मंत्री 2-4 मिनट हमारे बीच बैठे थे। बाकी समय उनके अधिकारी ही मध्यस्ता करने में जुटे थे। पीटी उषा बताएं कि अगर हमारा धरना अनुशासनहीनता है, तो जब उनकी खुद की अकेडमी टूट रही थी तो मीडिया के सामने आकर क्यों रोईं थीं?”

हरियाणा कुश्ती संघ बोला- विनेश-साक्षी के साथ कुछ गलत नहीं हुआ
हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा- विनेश और साक्षी के साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ। फोगाट परिवार कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहता है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर पहलवानों को भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही कहा- बजरंग पूनिया सरकारी अधिकारी हैं। वे बिना अनुमति धरने पर नहीं बैठ सकते।

दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों के धरने को लेकर विनेश फोगाट और बबीता फोगाट के आरोपों पर जांच कमेटी के सदस्य और ओलंपिक मेडल विजेता योगेश्वर दत्त ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि कमेटी ने वीडियोग्राफी के द्वारा सभी खिलाड़ियों के बयान लिए गए। उसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट तैयार कर दी गई थी

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