छत्तिश्गढ़
4 हजार किलोमीटर से ज्यादा की सड़क खराब, इंजीनियर्स को AC केबिन छोड़ इंस्पेक्शन की नसीहत
प्रदेश के कई शहरों में खराब सड़कों की वजह से आम आदमी की दिक्कतें आती हैं। इस मसले को लेकर प्रदेश के PWD मंत्री ताम्रध्वज साहू ने एक बैठक ली। इस बैठक में महकमे के अफसर मौजूद थे। बंद कमरे में हुई बैठक में मंत्री ने अफसरों को सड़कों का मेंटनेंस ठीक तरीके से करवाने को कहा। उन्होंने टाइम लिमिट तय कर दिसंबर में खराब सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने के निर्देश दिए।
अफसरों की मॉनिटिरिंग पर भी मंत्री ने जोर दिया। AC कमरों में वक्त बिताने वालों को बाहर निकलकर काम की क्वालिटी जांचने को कहा। मंत्री ने बैठक में आए मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालन अभियंता को सप्ताह में 4 से 5 दिन के लिए निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, शहरी क्षेत्रों के ज्यादातर सड़कें वाटर लॉगिंग के कारण खराब हुई है, इन सड़कों के किनारे नाली निर्माण किया जाए और जहां नाली में चोक हो उन्हें साफ कराया जाए।
सड़कों का हिसाब
बैठक में गृह मंत्री ने बताया कि प्रदेश में लगभग 5 हजार किलोमीटर की सड़क सामान्य स्थिति में है। 5 हजार 92 किलोमीटर सड़क पर छोटे-मोटे पेच वर्क की आवश्यकता है। 4700 किलोमीटर की सड़कें जो खराब की स्थिति में है। उसमें पेच वर्क कर ठीक किए जा रहें हैं। केवल 433 किलोमीटर की सड़कें जो ज्यादा खराब है। इन सड़कों का नवीनीकरण (नए सिरे से बनाए जाने की जरुरत) किये जाने की आवश्यकता है।
सड़कों की क्वालिटी जांचेंगी गाड़ियां
मंत्री साहू ने सड़कों की गुणवत्ता की जांच के लिए पांच चलित प्रयोगशाला वाहन (मोबाइल लैब) को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये गाड़ियां सभी पांच संभागों में भेजी गई हैं। इन चलित प्रयोगशालाओं से निर्माणधीन सड़कों में इनपैक्ट वैल्यू टैक्स, डामर की जांच, ग्रेडेशन, फील्ड डेनसिटी की जांच हो सकेगी।
137 करोड़ श्री राम के लिए
ताम्रध्वज साहू ने PWD के बाद पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की भी समीक्षा की। उन्होंने धार्मिक स्थलों के रख-रखाव एवं जीर्णोधार व सौदर्यकरण के बारे में अधिकारियों से बात की। कहा कि, राम वन गमन पर्यटन परिपथ के लिए 137.45 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस योजना में तीसरे फेज का काम मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। कबीर नगरी दामखेड़ा में पर्यटन विकास एवं सौदर्यकरण के लिए 22.43 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। पर्यटन मंडल द्वारा प्रदेश के 14 स्थानों को चिन्हांकित कर ट्राइबल टूरिस्ट सर्किल तैयार किया जा रहा है। इसे मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।
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