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भोपाल में नौतपा के तेवर ‘ठंडे’ पड़े,छठे दिन टेम्प्रेचर सबसे कम 42.4° रहा; अगले 4 दिन ऐसा ही मौसम
भोपाल में नौतपा के दौरान इस साल तापमान अपेक्षाकृत कम रहा है। नौतपा के छठे दिन तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे कम तापमान है। आमतौर पर नौतपा के दिनों में तापमान बहुत अधिक होता है और भीषण गर्मी महसूस होती है, लेकिन इस बार तापमान अपेक्षा से कम रहा है।
नौतपा क्या है?
नौतपा एक ऐसा समय होता है जब सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ती हैं और गर्मी चरम पर होती है। यह अवधि आमतौर पर 25 मई से 2 जून तक होती है और इसे साल का सबसे गर्म समय माना जाता है। इस दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर जा सकता है।
वर्तमान मौसम स्थिति:
- तापमान में गिरावट: इस साल, नौतपा के दौरान तापमान अपेक्षाकृत कम रहा है। छठे दिन तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस समय के लिए सामान्य से कम है।
- अगले चार दिन: मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है। तापमान में कोई बड़ी वृद्धि की उम्मीद नहीं है और यह 42-43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
- कारण: मौसम में इस बदलाव के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि पश्चिमी विक्षोभ, हवाओं का बदलना, और स्थानीय मौसम की परिस्थितियाँ।
संभावित कारण:
- पश्चिमी विक्षोभ: पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) के कारण कई बार तापमान में गिरावट देखी जाती है। यह उत्तरी भारत में मौसम में बदलाव ला सकता है।
- हवाओं का बदलना: हवाओं के बदलने से भी तापमान में गिरावट हो सकती है। उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं तापमान को नियंत्रित कर सकती हैं।
- स्थानीय मौसम की परिस्थितियाँ: स्थानीय मौसम की परिस्थितियों में भी बदलाव आ सकता है, जैसे बादल छाना या हल्की बारिश होना।
लोगों के लिए सलाह:
- हाइड्रेशन: गर्मी के बावजूद, पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएं।
- धूप से बचाव: जब भी संभव हो, धूप में बाहर जाने से बचें और छाया में रहें।
- हल्के कपड़े: हल्के और सूती कपड़े पहनें ताकि शरीर को ठंडक मिले।
- प्रकृति की देखभाल: मौसम के इस बदलाव के दौरान पेड़-पौधों की देखभाल भी महत्वपूर्ण है।
भोपाल में इस साल नौतपा के अपेक्षाकृत ‘ठंडे’ तेवरों ने लोगों को कुछ राहत दी है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
भोपाल में इस साल नौतपा के पहले पांच दिन भीषण गर्मी देखने को मिली। छठे दिन, यानी गुरुवार को, तापमान में थोड़ी गिरावट आई और तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस नौतपा के दौरान अब तक का सबसे कम तापमान रहा। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक इसी तरह के मौसम का पूर्वानुमान जताया है। इस सीजन में नौतपा के दौरान पहली बार शुक्रवार को भीषण गर्मी का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
नौतपा के दौरान मौसम की स्थिति:
- पहले पांच दिन:
- नौतपा के पहले पांच दिनों में तापमान बहुत अधिक रहा और भीषण गर्मी महसूस की गई।
- इन दिनों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
- छठा दिन (गुरुवार):
- गुरुवार को तापमान में गिरावट आई और यह 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- यह नौतपा के दौरान अब तक का सबसे कम तापमान रहा।
- अगले तीन दिन:
- मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ी वृद्धि नहीं होने की संभावना जताई है।
- तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
- भीषण गर्मी का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
मौसम में बदलाव के संभावित कारण:
- पश्चिमी विक्षोभ:
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में गिरावट हो सकती है। यह उत्तरी भारत में मौसम में बदलाव ला सकता है।
- हवाओं का बदलना:
- हवाओं के बदलने से भी तापमान नियंत्रित हो सकता है। उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं तापमान को कम कर सकती हैं।
- स्थानीय मौसम की परिस्थितियाँ:
- स्थानीय मौसम की परिस्थितियाँ, जैसे बादल छाना या हल्की बारिश, भी तापमान को प्रभावित कर सकती हैं।
लोगों के लिए सलाह:
- हाइड्रेशन:
- पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
- धूप से बचाव:
- धूप में बाहर जाने से बचें और जब भी बाहर जाएं, छाया में रहने का प्रयास करें।
- हल्के कपड़े:
- हल्के और सूती कपड़े पहनें, ताकि शरीर को ठंडक मिले।
- प्राकृतिक साधनों का उपयोग:
- घर को ठंडा रखने के लिए पंखे और कूलर का उपयोग करें और जितना हो सके प्राकृतिक साधनों का सहारा लें।
निष्कर्ष:
भोपाल में नौतपा के दौरान तापमान में थोड़ी गिरावट आने से लोगों को कुछ राहत मिली है। अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ी वृद्धि की उम्मीद नहीं है और भीषण गर्मी का अलर्ट भी जारी नहीं किया गया है। हालांकि, अभी भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि गर्मी से होने वाली समस्याओं से बचा जा सके।
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