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छत्तिश्गढ़

सिक्योरिटी चार्ज बढ़ने से इस माह हजार यूनिट खपत वालों का बिल 800 रु तक ज्यादा…

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छत्तीसगढ़ में दो माह पहले घरेलू बिजली थोड़ी महंगी की गई थी। घरों में आने वाले बिजली बिल पर इसका मामूली असर पड़ा है और इससे सिक्योरिटी चार्ज भी बढ़ेगा। इसका असर नवंबर के बिल में नजर आएगा, क्योंकि एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज इसी माह के बिल के साथ लिया जाता है। दरअसल प्रदेश में दो माह पहले सामान्य घरेलू उपभोक्ता के लिए बिजली का रेट 30 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाया गया था।

भास्कर के विश्लेषण में यह बात सामने आई कि चूंकि 1000 यूनिट तक का बिजली बिल इस वजह से औसतन 400 रुपए तक बढ़ गया है। सितंबर और अक्टूबर मिलाकर यह वृद्धि औसतन 800 रुपए हो गया। इसलिए नवंबर के बिल में दो महीने के औसत के रूप में 800 रुपए एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज के रूप में जोड़े जाएंगे।

सिक्योरिटी चार्ज या सुरक्षा शुल्क उपभोक्ता से साल में एक बार लिया जाता है। यह केवल नवंबर के बिल में ही जुड़कर आता है। इसका सीधा गणित ये है कि 12 महीने में बिजली के रेट की वजह से बिल जितना बढ़ता है, उसका दो महीने का औसत निकालकर यही राशि सिक्योरिटी चार्ज के रूप में ली जाती है। बिल दो माह पहले बढ़ा है, इसलिए पुराने सिक्योरिटी चार्ज में बढ़े हुए बिल की दो माह की औसत राशि जोड़कर बिल दिया जाएगा।

सिक्योरिटी चार्ज का फंडा यह है कि जब कोई बिजली कनेक्शन लेता है तो उसे एकमुश्त सिक्योरिटी चार्ज जमा करानी पड़ती है। इसके बाद जैसे-जैसे उसका बिजली लोड या बिजली दरें बढ़ती हैं, बढ़े बिल के दो महीने का औसत एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज के तौर पर लिया जाता है। मार्च के महीने जमा सिक्योरिटी चार्ज पर ब्याज भी दिया जाता है, जो कि अप्रैल महीने के बिल में उपभोक्ता को मिलता है।

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