Connect with us

देश

सितंबर में 10 साल में तीसरी बार सबसे ज्यादा बारिश,आखिरी सप्ताह में दिन का टेम्प्रेचर भी बढ़ा; 3 साल बाद इतनी गर्मी

Published

on

सितंबर में 10 साल में तीसरी बार सबसे ज्यादा बारिश,आखिरी सप्ताह में दिन का टेम्प्रेचर भी बढ़ा; 3 साल बाद इतनी गर्मी March 12, 2025

सितंबर 2024 में, पिछले 10 सालों में तीसरी बार सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। हालांकि बारिश की अधिकता एक ओर किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि यह खेतों में पानी की कमी को पूरा करती है, वहीं दूसरी ओर यह शहरी क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकती है।

बारिश के साथ एक और उल्लेखनीय बात यह रही कि महीने के आखिरी सप्ताह में दिन का तापमान बढ़ गया, जिससे 3 साल बाद इतनी गर्मी महसूस की गई। तापमान में इस वृद्धि का एक पहलू यह है कि यह मानसून के बाद की सामान्य स्थिति है, जब वातावरण में उमस और गर्मी बढ़ जाती है। हालांकि, इसके कारण लोगों को असुविधा हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां गर्मी और बारिश का संगम स्वास्थ्य पर असर डालता है।

समग्र रूप से देखें, तो इस तरह के मौसम परिवर्तन हमें जलवायु परिवर्तन की ओर भी इशारा करते हैं, जो दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकते हैं, और हमें बेहतर शहरी और ग्रामीण योजना की आवश्यकता को भी उजागर करते हैं।

इस सितंबर में भोपाल में बारिश और गर्मी का असामान्य मिश्रण देखने को मिल रहा है। लगातार सिस्टम की एक्टिविटी के कारण अब तक शहर में 9.1 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले 10 सालों में तीसरी बार हुआ है कि इतनी ज्यादा बारिश हुई हो। इस मौसम की सबसे खास बात यह है कि बारिश के साथ-साथ तापमान में भी वृद्धि हो रही है, जिससे उमस और गर्मी दोनों का असर महसूस किया जा रहा है।

पिछले 6 दिनों से तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है, जो सामान्य से अधिक है। दिन के समय तापमान में इस वृद्धि के कारण लोगों को असुविधा हो रही है, जबकि रातों में थोड़ी राहत मिल रही है। ऐसे मौसम में बारिश के बावजूद गर्मी का अनुभव होना मौसम के अस्थिर स्वभाव को दर्शाता है।

Advertisement

इस साल का सितंबर भोपाल के निवासियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण महीना साबित हो रहा है, जहां लगातार बारिश और तापमान में बदलाव से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply