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खेल/कूद

विनेश फोगाट दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकलीं,साक्षी मलिक के गले लगकर रोई, आचार संहिता के कारण सरकार का कार्यक्रम कैंसिल

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विनेश फोगाट जब दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचीं, तो उनकी भावनाएं बहुत ही संवेदनशील थीं। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही वे साक्षी मलिक के गले लगकर रो पड़ीं। यह दृश्य उनकी गहरी मित्रता और संघर्षों को दर्शाता है।

1. विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की मुलाकात

  • एयरपोर्ट पर भावुक मुलाकात: दिल्ली एयरपोर्ट पर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की मुलाकात बहुत ही भावुक रही। विनेश के एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही साक्षी ने उन्हें गले लगा लिया, और दोनों ही अपने आंसुओं को रोक नहीं पाईं। यह दृश्य उनकी गहरी दोस्ती और संघर्षों को दर्शाता है, जो उन्होंने देश और अपने करियर के लिए किए हैं।

2. सरकार का कार्यक्रम कैंसिल

  • आचार संहिता के कारण रद्द: विनेश और साक्षी की वापसी के उपलक्ष्य में सरकार द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, लेकिन इसे आचार संहिता के कारण रद्द कर दिया गया। यह आचार संहिता आने वाले चुनावों के मद्देनजर लागू की गई है, जिससे सरकारी कार्यक्रमों और घोषणाओं पर पाबंदी लगाई गई है।
  • साथियों और समर्थकों का समर्थन: हालांकि सरकारी कार्यक्रम रद्द हो गया, लेकिन दोनों पहलवानों के समर्थकों और साथियों ने एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

3. समर्थन और संघर्ष

  • संघर्ष की गाथा: विनेश और साक्षी, दोनों ही भारतीय कुश्ती के मजबूत स्तंभ हैं, जिन्होंने देश का मान बढ़ाया है। उनकी यह भावुक मुलाकात उनके संघर्ष और जीत की गाथा को भी उजागर करती है।
  • आने वाले दिन: उनकी यह मुलाकात और उसके बाद की घटनाएं यह संकेत देती हैं कि वे अपने खेल और अपने समर्थकों के साथ मजबूती से खड़ी हैं, और आगे भी उनके संघर्ष और समर्थन का सिलसिला जारी रहेगा।

विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की यह मुलाकात एक मार्मिक क्षण था, जो उनकी दोस्ती, संघर्ष और देश के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

विनेश फोगाट की वतन वापसी बेहद भावुक रही। पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालिफाई होने के बाद विनेश भारत लौट आईं। वे दिल्ली एयरपोर्ट पर करीब 11 बजे बाहर आईं, जहां उनकी साथी रेसलर साक्षी मलिक पहले से उनका इंतजार कर रही थीं।

1. विनेश फोगाट की भावुक वापसी

  • एयरपोर्ट पर भावनाओं का सैलाब: विनेश जब एयरपोर्ट से बाहर आईं, तो वे साक्षी मलिक के गले लगकर रो पड़ीं। यह भावुक दृश्य दोनों की गहरी मित्रता और एक-दूसरे के प्रति समर्थन को दर्शाता है। साक्षी मलिक भी भावुक हो गईं और दोनों की आंखों में आंसू थे।

2. स्वागत के दौरान उत्साह

  • ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत: विनेश के स्वागत में बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट पर ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे थे। इस उत्साहपूर्ण माहौल में विनेश को उनके समर्थकों ने बधाई दी और उनके संघर्ष की सराहना की।
  • देशवासियों का समर्थन: देशभर से लोग विनेश के समर्थन में जुटे, और उन्होंने उनके खेल भावना और संघर्ष को सलाम किया।

3. ओलंपिक में निराशा और वापसी

  • डिस्क्वालिफिकेशन का दुख: पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालिफाई होने का दुख विनेश के चेहरे पर साफ झलक रहा था। लेकिन अपने देश लौटने के बाद उन्होंने अपने समर्थकों और साथी खिलाड़ियों से मिले समर्थन से खुद को मजबूत महसूस किया।

4. आगे की चुनौतियां

  • भविष्य की तैयारी: विनेश फोगाट की यह वापसी उनके लिए एक नई शुरुआत का संकेत हो सकती है। उन्होंने ओलंपिक में निराशा का सामना किया, लेकिन देशवासियों के समर्थन से वे अपने अगले लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए तैयार हैं।

विनेश फोगाट की यह भावुक वापसी उनके संघर्ष और जीत की नई उम्मीदों को लेकर आई है। साक्षी मलिक के साथ उनकी यह मुलाकात उनकी दोस्ती और एकजुटता का प्रतीक बन गई है, जिसे देशभर के लोग सराह रहे हैं।

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