देश
लाल किले से PM बोले-देश में सेक्युलर सिविल कोड हो,75 हजार नई मेडिकल सीटें बनेंगी; कोलकाता रेप-मर्डर पर कहा- राक्षसों को फांसी हो
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और देश के सामने अपनी सरकार की आगामी योजनाओं और दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया। उनके भाषण के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
1. समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code)
प्रधानमंत्री ने देश में समान नागरिक संहिता (सिविल कोड) लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून होना चाहिए, जिससे सामाजिक न्याय और समानता सुनिश्चित की जा सके। उनका यह बयान देश में चल रही समान नागरिक संहिता को लेकर बहस के बीच आया है।
2. नई मेडिकल सीटें
प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि देश में 75,000 नई मेडिकल सीटें बनाई जाएंगी। यह कदम देश में मेडिकल शिक्षा की पहुंच को बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। इससे देश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी और युवाओं को मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के अधिक अवसर मिलेंगे।
3. कोलकाता रेप-मर्डर घटना
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कोलकाता में हुई रेप-मर्डर की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि ऐसे राक्षसी अपराधों में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, जिसमें फांसी की सजा भी शामिल हो सकती है। प्रधानमंत्री ने इस मामले में न्याय की जरूरत पर जोर दिया और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही।
प्रधानमंत्री के इन बयानों ने देश में महत्वपूर्ण सामाजिक और कानूनी मुद्दों पर बहस को और भी गंभीर बना दिया है। साथ ही, उनकी घोषणाओं से देश में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया और 103 मिनट लंबे अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
1. मेडिकल सीटों में वृद्धि
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अगले 5 सालों में देश में 75,000 नई मेडिकल सीटें बढ़ाई जाएंगी। यह कदम भारत में चिकित्सा शिक्षा की पहुंच को और अधिक विस्तृत करने और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के उद्देश्य से उठाया गया है।
2. कोलकाता रेप-मर्डर घटना पर कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने कोलकाता में हुई रेप-मर्डर की जघन्य घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे घिनौने अपराधों में शामिल राक्षसी मानसिकता वाले लोगों को फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। उन्होंने इस घटना पर गहरी नाराज़गी जताते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी के इन बयानों ने देश के सामने मौजूदा स्वास्थ्य और सुरक्षा चुनौतियों पर सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है, और भविष्य की योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं।
You must be logged in to post a comment Login