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मणिपुर में राजभवन जा रहे छात्रों की सुरक्षाबलों से झड़प:प्रदर्शनकारियों ने RAF पर लोहे के छर्रे दागे; 2 जिलों में कर्फ्यू, राज्य में 6 दिन इंटरनेट बैन
मणिपुर में छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें तब शुरू हुईं, जब छात्र राज्यपाल के निवास (राजभवन) की ओर मार्च कर रहे थे। ये प्रदर्शन मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्षों के विरोध में हो रहा था, जिसमें ज्यादातर मेइती और कुकी समुदाय के लोग शामिल थे। छात्रों के इस प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई और प्रदर्शनकारियों ने रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) पर लोहे के छर्रे दागे। इसके जवाब में सुरक्षाबलों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
घटनाओं के चलते राज्य के दो जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, ताकि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके और आगे की हिंसा को रोका जा सके। इसके अलावा, राज्य सरकार ने अगले 6 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे अफवाहों और भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोका जा सके।
मणिपुर में लंबे समय से जातीय हिंसा और संघर्ष की स्थिति बनी हुई है, और यह घटना उस तनाव का परिणाम है जो विभिन्न समुदायों के बीच बढ़ रहा है। सरकार और सुरक्षाबलों की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
मणिपुर में मंगलवार को छात्रों का लगातार दूसरे दिन भी हिंसक प्रदर्शन जारी रहा। ये प्रदर्शन राज्य में जातीय संघर्षों के विरोध में हो रहे हैं, जिसमें अधिकतर छात्र राज्यपाल के निवास (राजभवन) की ओर मार्च कर रहे थे। इस दौरान सुरक्षाबलों और छात्रों के बीच झड़प हो गई, जिसके परिणामस्वरूप स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) पर लोहे के छर्रे दागे, और सुरक्षाबलों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। इस हिंसक प्रदर्शन के कारण राज्य के दो जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, और मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं 6 दिनों के लिए निलंबित कर दी गई हैं, ताकि अफवाहों और हिंसा को बढ़ने से रोका जा सके।
मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्षों के चलते छात्रों और आम नागरिकों में भारी आक्रोश है, जो इस प्रदर्शन के रूप में सामने आया है। हालांकि सुरक्षाबल स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
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