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बेंगलुरु का रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट- 2 आरोपी कोलकाता से गिरफ्तार,शाजिब ने IED रखी थी, ताहा ने बनाया था प्लान,दोनों ISIS मॉड्यूल का हिस्सा..
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में रूपरेखा बन रही है। रामेश्वरम कैफे में एक विस्फोट के बाद, एनआईए ने शुक्रवार को कोलकाता से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके नाम अब्दुल मतीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब हैं। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के मुताबिक, शाजिब ने 2 मार्च को कैफे में IED रखा था, जबकि ताहा ने इसका पूरा प्लान तैयार किया था। यह दोनों ही अभियुक्त काफी धीरे-धीरे इस अपराधिक गतिविधि के विरोध में एक सांगठित प्रक्रिया में शामिल हो गए थे। उन्हें बंगलोर में गिरफ्तार किया गया है।
इस केस के अधिकांश तथ्य अभी जाने जाने की प्रक्रिया में हैं, और जांच जारी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले के पीछे क्या कारण थे और इसमें किन अन्य व्यक्तियों की शामिलता थी। निर्दिष्ट अदालती प्रक्रिया के अनुसार, अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अभियुक्तों को न्याय मिले।
शाजिब और ताहा दोनों ही ISIS मॉड्यूल का हिस्सा
इससे पहले जांच एजेंसी ने 23 मार्च को दो संदिग्धों की पहचान की थी। फरार आरोपी ताहा तमिलनाडु पुलिस इंस्पेक्टर के. विल्सन की हत्या के मामले में वॉन्टेड था और चेन्नई में मुख्य संदिग्ध के साथ रहा था। NIA के मुताबिक, शाजिब और ताहा दोनों ही ISIS मॉड्यूल का हिस्सा हैं। इसकी पुष्टि मॉड्यूल के सदस्यों ने भी की थी, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था।
NIA ने 1 हजार CCTV खंगाले, कैप की मदद से संदिग्ध की पहचान की
NIA ने मुख्य आरोपी की पहचान आसपास के एक हजार से अधिक CCTV कैमरों की जांच करके की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, ताहा हमेशा टोपी पहनता था, जो उसने चेन्नई में रहने के दौरान खरीदी थी। संदिग्ध हमलावर शाजिब को विस्फोट के दिन वही टोपी पहने देखा गया था। जांच में पाया गया कि इस टोपी के सिर्फ 400 पीस ही बेचे गए थे।
एक अन्य CCTV फुटेज में NIA अधिकारियों ने ताहा को चेन्नई के एक मॉल से टोपी खरीदते हुए देखा था। विस्फोट के बाद संदिग्ध ने कैफे से कुछ दूरी पर टोपी गिरा दी थी। जांच करने पर पता चला कि टोपी जनवरी के आखिर में मॉल से खरीदी गई थी।
एक अन्य CCTV फुटेज में NIA अधिकारियों ने ताहा को चेन्नई के एक मॉल से टोपी खरीदते हुए देखा था। विस्फोट के बाद संदिग्ध ने कैफे से कुछ दूरी पर टोपी गिरा दी थी। जांच करने पर पता चला कि टोपी जनवरी के आखिर में मॉल से खरीदी गई थी।
NIA के सूत्रों ने यह भी कहा कि उन्हें टोपी में बाल मिले, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में मुख्य संदिग्ध शाजिब के माता-पिता के DNA सैंपल से इसे मिलाया गया। बाद में शाजिब के माता-पिता ने उसका CCTV फुटेज देखा और पुष्टि की कि जो व्यक्ति देखा गया वह उनका बेटा है। एजेंसी ने यह भी कहा कि संदिग्ध को आखिरी बार आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में देखा गया था।
शाजिब की मदद करने वाला 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया था
NIA ने 26 मार्च को चिकमंगलुरु के रहने वाले मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था। मुजम्मिल ने मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा को ब्लास्ट से जुड़ा सामान मुहैया कराया था। मुजम्मिल को पकड़ने के लिए NIA ने तीन राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की। तलाशी के दौरान कुछ कैश के साथ कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए थे।
NIA ने आरोपी की जानकारी के लिए 10 लाख इनाम का ऐलान किया था
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट के आरोपी की जानकारी के बदले 10 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की थी। एजेंसी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा कि जो भी व्यक्ति ऐसी कोई जानकारी देगा, जिसकी मदद से आरोपी गिरफ्तार हो सके, वह इनाम का हकदार होगा।
NIA ने यह भी कहा कि जानकारी देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। यह जानकारी info.blr.nia@gov.in ईमेल या 080-29510900 और 8904241100 फोन नंबर पर दी जा सकती है। एजेंसी ने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोपी की तस्वीर भी जारी की। यह तस्वीर 1 मार्च को विस्फोट से पहले CCTV कैमरे में कैप्चर हुई थी।
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