मध्य प्रदेश

बागेश्वर पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण की कथा आज से,करोंद में 55 एकड़ में बने पंडाल में सुनाएंगे कथा..

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बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 27-28 सितंबर को भोपाल में कथा सुनाएंगे। इसके लिए करोंद स्थित पीपुल्स मॉल के पीछे 55 एकड़ में पंडाल बनाए गए हैं। बुधवार को कथा दोपहर 2 बजे से शुरू होगी, जबकि गुरुवार सुबह 10 बजे से दिव्य दरबार लगेगा। इसके बाद गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को करीब 20 किलोमीटर लंबी शोभायात्रा भी निकाली गई। बागेश्वर सरकार, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग खुले रथ में सवार हुए।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने बताया कि हनुमंत कथा के भव्य आयोजन के पीपुल्स मॉल के पीछे वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं। कथा में देशभर से लगभग 10 लाख लोगों के आने का अनुमान है। तैयारियां भी इसी हिसाब से की गई हैं।

कथास्थल पर गणेश विसर्जन कर सकेंगे श्रद्धालु
मंत्री सारंग ने बताया कि 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर कथा स्थल पर ही गणेश पूजन व विसर्जन भी किया जाएगा। शास्त्रानुसार संतों के सानिध्य से त्योहार मनाने की महत्ता बढ़ जाती है। यह हमारा सौभाग्य है कि अनंत चतुर्दशी के अवसर पर पं. शास्त्री का आशीर्वाद समस्त भोपालवासियों को मिलेगा। सभी भोपालवासी अपने घरों में विराजमान श्रीगणेश की प्रतिमा के साथ कथा स्थल पर पधारें और बागेश्वर धाम सरकार के सानिध्य में श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जित करें।

भोपाल में 1 लाख से अधिक आमंत्रण पत्र किए वितरित
मंत्री सारंग ने बताया कि पंडित शास्त्री की श्री हनुमंत कथा भोपाल में अब तक का सबसे भव्य धार्मिक समागम होगा। शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ कार्यकताओं द्वारा श्री हनुमंत कथा के आमंत्रण पत्रों का वितरण किया गया है। करीब डेढ़ लाख आमंत्रण पत्र वितरित किए जा चुके हैं।

10 लाख से अधिक श्रद्धालु देशभर से होंगे शामिल
मंत्री सारंग के अनुसार, कथा में देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 10 लाख लोगों के आने का अनुमान है। कथा स्थल पर सभी श्रद्धालुओं के बैठने के लिए 50 हजार वर्ग फीट में डोम लगाए गए हैं। वहीं पंडालों में आने के लिए पीपुल्स मॉल मुख्य सड़क से कुल 11 द्वार बनाए गए हैं। जिसमें सभी प्रवेश द्वारों पर नियंत्रण कक्ष भी बने हैं। वहां पुलिस के जवान और सेवादार श्रद्धालुओं के आवागमन की व्यवस्था संभालेंगे।

श्रद्धालुओं के भोजन और ठहरने की व्यवस्था
दो दिवसीय कथा में शामिल होने आ रहे देश के विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था के लिए शहर के लगभग 300 से अधिक सामाजिक संगठनों द्वारा धर्मशालाओं में व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही कथास्थल पर भी नाश्ते, पेयजल, शरबत व चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था की जाएगी।

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5 हजार से अधिक सेवादार संभालेंगे व्यवस्था
कथा स्थल पर फूली वेंटिलेटेड पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इन पंडालों में लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के आने के साथ ही आयोजन स्थान पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन व पार्किंग के साथ ही चिकित्सा की भी व्यवस्था की जाएगी। हनुमंत कथा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसलिए नरेला उत्सव समिति द्वारा विभिन्न व्यवस्था समितियों का गठन किया गया है। यह समिति पंडाल, पेयजल, भोजन, यातायात, स्वास्थ्य, प्रचार से लेकर प्रशासनिक समन्वय तक सभी व्यवस्थाएं संभालेंगी। सभी समितियों के समन्वय के लिए 1 मुख्य नियंत्रण कक्ष होगा।

200 एकड़ में 13 प्रकार की पार्किंग की व्यवस्था
मंत्री सारंग ने बताया कि पीपुल्स मॉल के पीछे ग्राउंड के चारों ओर लगभग 200 एकड़ क्षेत्र को समतल कर 13 प्रकार की पार्किंग व्यवस्था की गई है। यहां लगभग 40 हजार दो पहिया व चार पहिया वाहन पार्क हो सकेंगे। जिसमें शहर के आसपास की ओर से आने वाले वाहन पार्क हो जाएंगे। जिससे जाम की स्थिति निर्मित नहीं होगी। कथा स्थल के 2 किमी की दूरी पर पार्किंग के समीप निःशुल्क बसों की व्यवस्था की जाएगी। जिससे श्रद्धालु अपने वाहनों को पार्क कर कथा स्थल के लिए सुव्यवस्थित रूप से रवाना हो सकेंगे।

बाहर के श्रद्धालुओं के लिए स्टेशन से निःशुल्क वाहनों की व्यवस्था
मंत्री सारंग ने बताया कि पं. शास्त्री की कथा का श्रवण करने के लिए भोपाल के बाहर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसके लिए भोपाल स्टेशन पर आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा उन श्रद्धालुओं का स्वागत कर उन्हें कथा स्थल तक पहुंचाने की निःशुल्क व्यवस्था की गई है।

कथा स्थल पर श्रद्धालुओं को ये सुविधाएं भी

  • 300 अस्थाई टायलेट बनाए गए हैं। साथ ही मोबाइल टॉयलेट भी उपलब्ध होंगे।
  • कथास्थल पर 100 से अधिक बड़ी-बड़ी एलईडी लगाई जाएगी।
  • श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्थानों पर पानी के टैंकर और कैन रखेंगे। साथ ही पाइपलाइन डालकर हजार नल भी लगाए गए हैं।
  • बाहर से कथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं के रहने के लिए पंडालों में रहने की व्यवस्था की गई है।
  • पंडालों में 200 से ज्यादा कूलर और पंखे भी लगाए जाएंगे।
  • श्रद्धालुओं के बैठने के लिए गद्दे भी लगाए गए हैं।
  • 20 चिकित्सा शिविर भी लगेंगे।
  • आपात स्थिति से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है।
  • यातायात व्यवस्था के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।

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