Connect with us

छत्तिश्गढ़

प्रधानमंत्री ने कहा- अपनी क्षमताओं पर रखें विश्वास, मां से सीखें टाइम मैनेजमेंट

Published

on

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से ‘परीक्षा पे चर्चा’ कर रहे हैं। देशभर के छात्र, अभिभावक और शिक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उनसे जुड़े हैं। इसके अलावा देशभर के छात्र, शिक्षक और अभिभावक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी पीएम मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें, उस पर फोकस करें और किसी भी दबाव में नहीं आएं।

पीएम मोदी ने कहा कि अगर टाइम मैनेजमेंट सीखना है, तो आप अपनी मां से सीखें। मां के पास सबसे ज्‍यादा काम होता है, लेकिन उसका टाइम मैनेजमेंट इतना अच्‍छा होता है कि हर काम समय पर होता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा पे चर्चा मेरी भी परीक्षा है। देश के विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं। मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है।’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “परीक्षा पे चर्चा” के लिए छत्तीसगढ़ की एक शिक्षिका और 2 छात्रों का चयन दिल्ली जाने के लिए किया गया। वे पीएम मोदी के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हैं। बस्तर से छात्र रूपेश कश्यप, नवगठित खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले से छात्रा रश्मि प्रजापति और धमतरी की शिक्षिका ज्योति मगर से पीएम मोदी “परीक्षा पे चर्चा” करेंगे।खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के गंडई स्थित आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल की छात्रा रश्मि प्रजापति भी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल हैं। वाकपटुता में निपुण और पढ़ाई में तेजतर्रार कक्षा 9वीं कक्षा की छात्रा रश्मि प्रजापति ने ”अवर कल्चर अवर ब्राइट” विषय पर प्रधानमंत्री की ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए रचनात्मक लेखन भेजा था। बेहतर लेखन के बाद गंडई के आत्मानंद स्कूल में अध्ययनरत रश्मि प्रजापति का चयन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के लिए हुआ।

रायपुर के KPS स्कूल में भी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में रायपुर के सांसद सुनील सोनी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी पहुंचे। स्कूल के टीचिंग स्टाफ और स्टूडेंट्स ने प्रधानमंत्री की बात लाइव सुनी। रायपुर की स्टूडेंट अदिति दीवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से परीक्षा को लेकर सवाल किए। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि जो मेहनती विद्यार्थी है, उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा, लेकिन वो कभी भी आपकी जिंदगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी।माननीय प्रधान मंत्री जी नमस्कार, मेरा नाम अदिति दीवान है। मैं कृष्णा पब्लिक स्कूल में कक्षा 12वीं की छात्रा हूं। मेरा आपसे यह प्रश्न है कि मैं इस बात से चिंतित रहती हूं कि मुझे बहुत कुछ करना है, लेकिन अंत तक मैं कुछ भी नहीं कर पाती हूं, क्योंकि मेरे पास बहुत सारे कार्य हैं। यदि मैं कोई कार्य पूर्ण कर लेती हूं, तब और ज्यादा परेशान हो जाती हूं, क्योंकि बाकी कामों में देरी कर देती हूं या बाद में करने के लिए टाल देती हूं। मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि मैं अपना काम समय पर कैसे पूरा करूं?पीएम नरेंद्र मोदी ने अदिति के सवाल पर कहा कि देखिए सिर्फ परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि जीवन में भी टाइम मैनेजमेंट के पति जागरूक रहें। समय पर कोई काम नहीं करने से काम का ढेर लग जाता है। काम करने में थकान नहीं होती, बल्कि संतोष होता है। काम न करने से थकान होती है। काम न करने से दिखता है, अरे कितना काम बचा है, ये सोचकर थकान होती है। उन्होंने कहा कि एक हफ्ते तक डायरी में नोट करें कि कहां कितना समय बिता रहे हैं, तब आप देख पाएंगे कि आप पसंद की चीजें करने में समय लगा रहे हें। उसमें खोए रहते हैं, फिर आप देख पाएंगे कि जरूरी चीजों में आप कम समय कम दे रहे हैं।जो सबसे कम पसंदीदा विषय है, कठिन है, तो तय करें कि सबसे पहले 30 मिनट उसे दें। फिर पसंद के विषय पर 20 मिनट दें, फिर कठिन पर समय दें, ऐसा करने से रुचि बढ़ेगी। आपने देखा होगा कि पतंग का जो माझा होता है, उसका गुच्छा बन जाता है। बुद्धिमान आदमी खींचता नहीं है। एक-एक धागे को देखेगा कि खुलने का रास्ता कहां है। कुछ ही देर में माझा सुलझ जाता है। हमें भी जोर जबरदस्ती नहीं करनी है। आराम से सॉल्यूशन निकालना है। सब चीजें हल होंगी।घर पर मां का काम ऑब्जर्व करें। मां स्कूल आने-जाने के समय सब काम तैयार कर देती है, मां का टाइम मैनेजमेंट सबसे बढ़िया होता है। मां टाइम को मैनेज करती है। 9 बजे बच्चे स्कूल जाते हैं, तो सुबह 6 बजे से काम करती है। मां कभी थक गई या परेशान नहीं होती काम से, क्योंकि उसे पता है सब काम उसे मैनेज करना है। मां की गतिविधियों को ऑब्जर्व करोगे, तो आपको टाइम मैनेजमेंट समझ आएगा। माइक्रो मैनेजजेंट चाहिए। किस विषय को कितना समय देना है, ये देखना होगा। ठीक से सयम को बांटिए, आपको लाभ होगा।

बता दें कि इस प्रोग्राम के लिए 20 लाख से अधिक प्रश्न प्राप्त हुए हैं। वहीं NCERT ने परिवार के दबाव, स्ट्रेस मैनेजमेंट, हेल्थ और फिट कैसे रहें और करियर सिलेक्शन जैसे विभिन्न प्रश्नों को इस चर्चा के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। इस प्रोग्राम में कला उत्सव प्रतियोगिता के लगभग 80 विनर्स और देश भर के 102 छात्र और शिक्षक शामिल हैं। पीएम मोदी इस प्रोग्राम के जरिए छात्रों के मन से बोर्ड परीक्षा का डर निकालने और बेहतर तैयारी के गुर बता रहे हैं। इस साल परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए लगभग 38.8 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो पिछले साल पंजीकृत छात्रों की संख्या (15.73 लाख) से दोगुना है।

बता दें कि इस प्रोग्राम के लिए 20 लाख से अधिक प्रश्न प्राप्त हुए हैं। वहीं NCERT ने परिवार के दबाव, स्ट्रेस मैनेजमेंट, हेल्थ और फिट कैसे रहें और करियर सिलेक्शन जैसे विभिन्न प्रश्नों को इस चर्चा के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। इस प्रोग्राम में कला उत्सव प्रतियोगिता के लगभग 80 विनर्स और देश भर के 102 छात्र और शिक्षक शामिल हैं। पीएम मोदी इस प्रोग्राम के जरिए छात्रों के मन से बोर्ड परीक्षा का डर निकालने और बेहतर तैयारी के गुर बता रहे हैं। इस साल परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए लगभग 38.8 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो पिछले साल पंजीकृत छात्रों की संख्या (15.73 लाख) से दोगुना है।

Advertisement
Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply