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‘पाकिस्तान के पास भी एटम बम, भारत करे सम्मान’, मणिशंकर अय्यर के बयान पर BJP हुई आग-बबूला…
Mani Shankar Aiyar praise Pakistan कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का एक एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो बोल रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है। आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है।
गांधी परिवार के करीबी सैम पित्रोदा के विवादित बयान की आग अभी बुझी भी नहीं थी कि कांग्रेस के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर के बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर का एक एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो बोल रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए। भारत को भूलना नहीं चाहिए कि पाकिस्तान का पास एटम बम है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है। आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है। वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इन बम का इस्तेमाल कर सकता है।
मणिशंकर अय्यर ने आगे कहा कि ये बात सच है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती, लेकिन बातीचीत से आतंकवाद खत्म होगा।
बीजेपी ने बयान पर दिया जवाब
मणिशंकर अय्यर के इस वायरल वीडियो पर बीजेना नेता शहजाद पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रथम परिवार (गांधी परिवार) के करीबी ‘अंकल मणि'(मणिशंकर अय्यर) जो पाकिस्तान जाकर मोदी सरकार हटाने की मदद मांग चुके हैँ। वो पाकिस्तान की ताकत बता रहे हैं। मणिशंकर अय्यर कह रहे हैं कि भारत, पाकिस्तान को इज्जत दे। पाकिस्तान के पास एटम बम है।
ये लोग देश की सेना से कहते हैं आतंकवाद की इज्जत करो। इसलिए कांग्रेस शासन में आतंकी हमले हुए थे। आज के समय पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर गिड़गिड़ाता है। कांग्रेस के नेता लगातार पाकिस्तान की पैरवी करते हैं।
द्विपक्षीय नीति छोड़े कांग्रेस: गिरिराज सिंह
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि “राहुल गांधी, कांग्रेस, मणिशंकर अयायर पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। मैं कहता हूं कि कांग्रेस को ये द्विपक्षीय नीति छोड़ देनी चाहिए। वे फारूक अब्दुल्ला की भाषा बोल रहे हैं।
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