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दिल्ली की हवा जहरीली हुई, 5वीं तक के स्कूल बंद,गैर-जरूरी निर्माण-तोड़फोड़ और कोयला जलाने पर रोक..

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दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। इंडिया गेट, अक्षरधाम, रोहिणी, आनंद विहार समेत 13 इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के ऊपर दर्ज किया गया। AQI 300 से ऊपर की रेंज बेहद खतरनाक कैटेगरी में मानी जाती है।

हवा की क्वालिटी खराब होने पर कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के थर्ड स्टेज को लागू कर दिया। GRAP का स्टेज III तब लागू किया जाता है जब AQI 401-450 की सीमा में गंभीर हो जाता है।

इसके चलते कुछ क्षेत्रों में BS III पेट्रोल और BS IV डीजल चार पहिया वाहनों पर सख्त प्रतिबंध लग जाता है। वहीं गैर-जरूरी निर्माण-तोड़फोड़ और रेस्टोरेंट में कोयले के इस्तेमाल पर रोक लगा दी जाती है। CM अरविंद केजरीवाल ने पांचवीं क्लास तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को शुक्रवार और शनिवार के लिए बंद करने का आदेश दिया है।

दिल्ली में वायु प्रदूषण पर अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. निखिल मोदी ने कहा कि हम साल के उस समय में हैं जहां प्रदूषण एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। सांस लेने में परेशानी वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। समय आ गया है कि हम मास्क का इस्तेमाल करें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें।

3 साल बाद अक्टूबर में दिल्ली की हवा की क्वालिटी सबसे खराब रही
दिल्ली में 3 साल बाद अक्टूबर में हवा की क्वालिटी सबसे खराब दर्ज की गई है। SAFAR इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर के आखिरी दिन राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 327 दर्ज किया गया। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के डेटा के मुताबिक अक्टूबर 2020 में दिल्ली का औसत AQI 257 दर्ज किया गया था। इसके अलावा अक्टूबर 2021 में AQI 173 और अक्टूबर 2022 में 210 AQI दर्ज किया गया था।

कम बारिश और पराली जलाना पॉल्यूशन बढ़ने की बड़ी वजह
वैज्ञानिकों ने बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर चिंता जताई है। उनके मुताबिक कम बारिश होना पॉल्यूशन बढ़ने की बड़ी वजह है। इस साल अक्टूबर में सिर्फ एक दिन 5.4 मिमी बारिश हुई। जबकि अक्टूबर 2022 में 6 दिन 129 मिमी और अक्टूबर 2021 में 7 दिन 123 मिमी बारिश हुई थी।

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दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने को भी प्रदूषण बढ़ने का एक मुख्य कारण माना जा रहा है। हरियाणा, पंजाब समेत देश के उत्तरी हिस्सों में पराली जलाना अभी भी जारी है। इसके कारण दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और आस-पास के इलाकों में हवा में धुंध बढ़ रही है। इस साल अब तक 2500 से ज्यादा पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि खेत में आग लगने की संख्या पिछले दो सालों की तुलना में कम है।

वैज्ञानिक बोले- और खराब होगी दिल्ली की हवा
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक,शुक्रवार को लोधी रोड में AQI 438, जहांगीरपुरी में 491, आरके पुरम में 486 और IGI एयरपोर्ट पर 473 रिकॉर्ड किया गया। भारतीय वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा और खराब हो सकती है।

दिल्ली सरकार बोली- हम प्रदूषण को पूरी तरह काबू नहीं कर सकते
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को पूरी तरह खत्म नहीं कर सकती है। प्रदूषण का मामला सिर्फ दिल्ली का नहीं है। दिल्ली की तुलना में बाहर के स्रोतों से दोगुना प्रदूषण हो रहा है।

गोपाल राय ने GRAP-3 पर चर्चा को लेकर आज दोपहर 12 बजे सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है। GRAP-3 के तहत सभी गैर-जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ के काम रोक दिए गए हैं। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल हल्के मोटर चार पहिया वाहनों पर भी रोक लग गई है। पीक आवर्स से पहले सड़कों पर हर दिन पानी का छिड़काव करना होगा।

ग्रैप-3 में सीएक्यूएम की लोगों से अपील

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  • ऑफिस कारपूलिंग कर या सार्वजनिक वाहन से जाएं।
  • ऑफिस या कंपनी अनुमति दे तो वर्क फ्रॉम होम करें।
  • हीटिंग के लिए कोयले या लकड़ी का इस्तेमाल कर करें।

ग्रैप-3 में पाबंदियां

  • बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल चार पहिया वाहन पर प्रतिबंध।
  • दिल्ली में हल्के कमर्शियल वाहनों, डीजल ट्रकों के प्रवेश पर रोक।
  • गैर-जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक लगा दी गई।
  • होटल-रेस्तरां के तंदूर में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर रोका।

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