Connect with us

मध्य प्रदेश

जून में लागू हो संविदा नीति, वरना जुलाई में आंदोलन,MP के बिजलीकर्मियों ने चेतावनी दी; भोपाल में सांकेतिक प्रदर्शन किया

Published

on

मध्य प्रदेश के बिजलीकर्मियों ने जून में संविदा नीति लागू करने की मांग की है, अन्यथा जुलाई में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। अपनी मांगों के समर्थन में भोपाल में सांकेतिक प्रदर्शन भी किया गया।

घटना का विवरण:

  1. मांग:
    • बिजलीकर्मियों की मुख्य मांग है कि जून में संविदा नीति (Contract Policy) को लागू किया जाए। यह नीति उनकी नौकरी की सुरक्षा, वेतनमान और अन्य लाभों को नियमित करने से संबंधित है।
  2. चेतावनी:
    • यदि जून में उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो बिजलीकर्मियों ने जुलाई में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। यह आंदोलन बड़े पैमाने पर हो सकता है, जिससे बिजली आपूर्ति और सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
  3. सांकेतिक प्रदर्शन:
    • अपनी मांगों के समर्थन में बिजलीकर्मियों ने भोपाल में सांकेतिक प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बिजलीकर्मी शामिल हुए और उन्होंने अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित किया।

संभावित प्रभाव:

  1. बिजली आपूर्ति पर प्रभाव:
    • यदि जुलाई में बिजलीकर्मी आंदोलन पर जाते हैं, तो राज्य की बिजली आपूर्ति और सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। इससे आम जनता और उद्योगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  2. सरकार पर दबाव:
    • यह चेतावनी सरकार पर दबाव डाल सकती है कि वह संविदा नीति को जल्द से जल्द लागू करे। यदि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तो आंदोलन की स्थिति में उसे बिजली आपूर्ति में बाधा का सामना करना पड़ सकता है।

बिजलीकर्मियों की मांगों का महत्व:

  1. नौकरी की सुरक्षा:
    • संविदा नीति के लागू होने से बिजलीकर्मियों की नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और उन्हें नियमित कर्मचारी का दर्जा मिलेगा।
  2. वेतनमान और लाभ:
    • इस नीति से बिजलीकर्मियों का वेतनमान और अन्य लाभ (जैसे कि स्वास्थ्य सेवाएं, पेंशन आदि) भी नियमित होंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
  3. कार्यस्थल की स्थिरता:
    • संविदा नीति से कार्यस्थल की स्थिरता बढ़ेगी और बिजलीकर्मी अपनी नौकरी में सुरक्षित और स्थिर महसूस करेंगे।

सरकार की संभावित प्रतिक्रिया:

  1. समर्थन:
    • सरकार बिजलीकर्मियों की मांगों को स्वीकार कर सकती है और संविदा नीति को जल्द लागू करने का निर्णय ले सकती है।
  2. वार्ता:
    • सरकार और बिजलीकर्मियों के बीच वार्ता भी हो सकती है, जिसमें उनकी मांगों पर चर्चा की जा सकती है और समाधान निकाला जा सकता है।
  3. वैकल्पिक योजना:
    • यदि आंदोलन की स्थिति बनती है, तो सरकार वैकल्पिक योजना भी तैयार कर सकती है ताकि बिजली आपूर्ति में बाधा न आए।

मध्य प्रदेश के बिजलीकर्मियों ने जून में संविदा नीति लागू करने की मांग की है और जुलाई में आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मांग के समर्थन में उन्होंने भोपाल में सांकेतिक प्रदर्शन किया। उनकी मांगें नौकरी की सुरक्षा, वेतनमान और अन्य लाभों से संबंधित हैं। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना होगा ताकि राज्य की बिजली आपूर्ति और सेवाएं बाधित न हों और बिजलीकर्मियों की जायज मांगों का समाधान हो सके।

Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply