मध्य प्रदेश

जनआशीर्वाद यात्रा के बीच CM शिवराज सिंह से खास बातचीत..

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सागर जिले के खुरई कस्बे की तंग गली और एक उमसभरी दोपहर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक खुली गाड़ी में सवार हैं। सड़क के दोनों तरफ फूलों की पंखुड़ियां उनकी ओर आ रही हैं। वे इन्हीं पंखुड़ियों को कैच करते हैं और भीड़ की तरफ उछाल देते हैं। इसी बीच वे दैनिक भास्कर के सवालों का जवाब भी दे रहे हैं। इस चुनाव के बाद आप अपनी भूमिका किस रूप में देखते हैं? वे कहते हैं- एक कार्यकर्ता के रूप में।

जन आशीर्वाद यात्रा के मार्फत विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले भाजपा का जनसंपर्क शुरू हो चुका है। खुरई, नगरीय प्रशासन मंत्री और इस यात्रा के ओवरऑल इंचार्ज भूपेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र है, इसलिए यहां यात्रा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। दो प्रदेश के मुख्यमंत्री। शिवराज के अलावा उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी गाड़ी में सवार हैं। इनके स्वागत के लिए जेसीबी भी तैनात की गई, जिनके पंजे से कार्यकर्ता फूल बरसा रहे थे।

सवाल: पिछली जन आशीर्वाद यात्राओं से यह यात्रा कितनी अलग है?

सीएम: तब भी जनता साथ थी, अभी भी जनता साथ है। हमने सरकार नहीं चलाई, परिवार चलाए हैं। मुख्यमंत्री नहीं, भाई – मामा, यह रिश्ते बनाए हैं। परिवार मानकर ही जनता की सेवा की है और जनता का आशीर्वाद मिल रहा है।

सवाल: सनातन धर्म को लेकर लगातार बयान आ रहे हैं। क्या ये अब चुनावी मुद्दा बन गया है?

सीएम: ये देश और हमारा मध्यप्रदेश सहन नहीं करेगा। सनातन धर्म का न आदि है, न अंत है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ हमारी भावना है। जियो और जीने दो, प्राणियों में सद्भावना हो, यह सनातन धर्म है। इसको आज तक कोई खत्म नहीं कर पाया। शक, हूण, मुगल ना जाने कितने आए। कोई खत्म नहीं कर पाए। ये इंडि गठबंधन के लोग सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और कोविड जैसे वायरस बताकर अपमान कर रहे हैं। न तो कांग्रेस ने, न सोनिया गांधी ने, न राहुल गांधी ने… एक शब्द नहीं बोला। इसका मतलब सनातन धर्म की आलोचना उनको आनंद देती है, उनको एनर्जी देती है।

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सवाल: दिग्विजय ने मप्र की वित्तीय स्थिति को लेकर ट्वीट किया है, उस पर क्या कहेंगे?

सीएम: वे बौखला गए हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा। उन्होंने जनता के लिए तो कुछ किया नहीं। हम कर रहे हैं तो उनके पेट में दर्द हो रहा है। अधिकारियों को डरा – धमका रहे हैं। उनके दिल में कुछ करने की तड़प ही नहीं थी। वे 10 साल तक रहे। प्रदेश का कबाड़ा कर दिया। आज हम विकास कर रहे हैं और जनता के कल्याण की योजनाएं बनाकर जनता के खाते में पैसा डालते हैं तो इनके पेट में दर्द होता है। ये बौखलाए हुए लोग अधिकारियों को धमका रहे हैं। हम इस धमकाने वाली मानसिकता को कुचल देंगे।

सवाल: कांग्रेस का आरोप है कि आपने उनकी योजनाओं, मुद्दों को कैप्चर कर लिया?

सीएम: जनता को सुविधाएं हम दे रहे हैं। मुद्दा क्या होता है?

सवाल: ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे को कांग्रेस उठा रही है। इस पर आपका क्या स्टैंड है?

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सीएम: भारतीय जनता पार्टी का जो स्टैंड है वही हमारा स्टैंड है।

सवाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मुफ्त की रेवड़ी की राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन लाड़ली बहना स्कीम तो इसी तरह की है?

सीएम: यह रेवड़ी नहीं है। इसको आप रेवड़ी न कहें। यह तो बहनों की जिंदगी बदलने वाला अभियान है।

सवाल: कमलनाथ के विधानसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस है। क्या आप चुनाव लड़ेंगे?

सीएम: वो तो घबराए हुए हैं। लड़ें या न लड़ें। हमारे यहां भी पार्टी तय करती है। हम लड़ेंगे। मैदान से हम कभी बाहर थोड़े जाते हैं। ताल ठोंक कर हम भी लड़ेंगे और पूरी पार्टी भी लड़ेगी

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25 सितंबर को 5 यात्राओं के समापन पर भोपाल में महाकुंभ

मध्यप्रदेश में BJP पहली बार एक साथ 5 जन आशीर्वाद यात्राएं निकाल रही है। ये सभी यात्राएं 10543 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी। 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ होगा। पार्टी का दावा है कि महाकुंभ में प्रदेशभर से 10 लाख कार्यकर्ता जुटेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं।

कब-कहां से और किसने शुरू की यात्राएं

  • 3 सितंबर: पहली यात्रा चित्रकूट से शुरू हुई। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने इसे रवाना किया।
  • 4 सितंबर: दूसरी यात्रा नीमच से शुरू हुई। शुरुआत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की।
  • 5 सितंबर: तीसरी यात्रा मंडला से शुरू हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी शुरुआत की।
  • 5 सितंबर: इसी दिन चौथी यात्रा की शुरुआत श्योपुर के बड़ौदा नगर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की।
  • 6 सितंबर: पांचवीं यात्रा खंडवा से शुरू हुई। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसे झंडी दिखाई।

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