Connect with us

उत्तर प्रदेश

अतीक प्रयागराज कोर्ट पहुंचा, थोड़ी देर में पेशी..

Published

on

उमेश पाल मर्डर केस का आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को लेकर पुलिस प्रयागराज कोर्ट पहुंची है। दोनों को एक ही प्रिजन वैन से कोर्ट लाया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में गुरुवार दोपहर 12 बजे दोनों को पेश किया जाएगा। CJM कोर्ट में पुलिस दोनों की 14 दिन की कस्टडी रिमांड की मांग करेगी। पुलिस उमेश पाल हत्याकांड को लेकर दोनों से पूछताछ करने वाली है।

अतीक-अशरफ से पूछताछ के लिए 200 सवालों की लिस्ट तैयार है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पकड़े गए सदाकत को सामने बैठाकर भी दोनों से सवाल-जवाब होंगे।

प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की दिनदहाड़े घर के बाहर गोली-बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अतीक अहमद उसके भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत 9 लोग आरोपी हैं।

नैनी जेल में बैरक नंबर 7 में है अतीक
उमेश पाल मर्डर केस का आरोपी माफिया अतीक अहमद बुधवार शाम 6 बजे प्रयागराज की नैनी जेल पहुंचा। अतीक को बैरक नंबर 7 में रखा गया। उसके भाई अशरफ को भी इसी केस में पुलिस बरेली से प्रयागराज लेकर आई। अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज ला रही यूपी पुलिस का काफिला बुधवार सुबह 8.30 बजे झांसी पहुंचा था। झांसी पुलिस लाइन में 1 घंटा 21 मिनट रुकने के बाद अतीक को लेकर पुलिस प्रयागराज के लिए निकली।

शिवपुरी में बयान- मैंने जेल से साजिश नहीं की
इससे पहले शिवपुरी में पुलिस का काफिला करीब आधा घंटा रुका। अतीक ने यहां मीडिया से कहा,”आपकी वजह से मैं सुरक्षित हूं। मैंने वहां से कोई फोन नहीं किया, वहां पर जैमर लगे हुए हैं। मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। 6 साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो चुका है।”

Advertisement

बूंदी में बयान- माफियागिरी समाप्त हो गई
इससे कुछ घंटे पहले राजस्थान के बूंदी में अतीक ने कहा, “मेरा परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गया, मैं जेल में था, मुझे इसके (उमेश पाल हत्याकांड) बारे में क्या पता। कोई सवाल कर रहा था कि माफियागिरी समाप्त हो गई। माफियागिरी तो पहले ही समाप्त हो गई। अब तो रगड़ा जा रहा है।”

26 मार्च को भी प्रयागराज लाया गया था अतीक
इससे पहले भी अतीक अहमद को अहमदाबाद से प्रयागराज लाया जा चुका है। यूपी STF की टीम 26 मार्च को अहमदाबाद जेल से शाम 5:45 बजे अतीक को लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। वह 27 मार्च को शाम 5:30 बजे प्रयागराज की नैनी जेल पहुंची थी। टीम ने 1300 किलोमीटर का सफर 23 घंटे 45 मिनट में पूरा किया था। इस दौरान काफिला 8 जगह रुका था।

अतीक के भाई अशरफ को भी बरेली से प्रयागराज लाया जा रहा है। इस बीच रायबरेली में टोल प्लाजा पार करते ही अशरफ की वैन खराब हो गई। पुलिसकर्मियों ने वैन को धक्का देकर आगे बढ़ाया। करीब 10 मिनट के बाद गाड़ी फिर से ऑन हुई जिसके बाद अशरफ का काफिला आगे बढ़ा।

कोर्ट ने उमेश पाल हत्याकांड में जारी किया था वारंट-B
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस सबूत जुटा रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने अतीक अहमद से पूछताछ करने के लिए MP-MLA कोर्ट में एक सप्ताह पहले वारंट-B के तहत अर्जी दी थी। जिसके बाद कोर्ट ने अर्जी स्वीकार कर ली थी। प्रयागराज पुलिस दो प्रिजन वैन और इंस्पेक्टर समेत 30 पुलिसकर्मियों की टीम लेकर मंगलवार की सुबह साबरमती जेल पहुंची थी।

वारंट बी किसी भी जेल में बंद आरोपी के लिए जारी होता है। किसी मामले में इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर जब कोर्ट को बताता है की हमने इस व्यक्ति को आरोपी बनाया है। तब कोर्ट वारंट बी जारी करता है।

Advertisement

उत्तर प्रदेश में बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। गनर संदीप मिश्रा और राघवेंद्र सिंह भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। इलाज के दौरान दोनों की भी मौत हो गई। बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश और अतीक अहमद के बीच दुश्मनी करीब 17 साल पुरानी है।

प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के 13 दिन बाद पुलिस को एक और सुराग मिले हैं। 24 फरवरी की शाम जिस समय उमेश पाल की हत्या की गई थी उस समय माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के साथ उसका एक दोस्त भी क्रेटा कार में बैठा था। हत्या के समय वह कार से नीचे नहीं उतरा था। पुलिस का मानना है कि उसे बैकअप में रखा गया था।

watch video: https://youtube.com/shorts/cNCCC992bdw?feature=share

Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply