उत्तर प्रदेश
अतीक के हत्यारे 4 दिन की पुलिस रिमांड पर..
माफिया अतीक अहमद और अशरफ के तीनों हत्यारे लवलेश, सनी और अरुण को बुधवार सुबह प्रयागराज के CJM कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पुलिस को 4 दिन की रिमांड दे दी। पुलिस ने 7 दिन की रिमांड मांगी थी। CJM कोर्ट नंबर 10 में जज दिनेश कुमार गौतम ने रिमांड पर फैसला सुनाया।
उधर, कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस तीनों को पुलिस लाइन ले गई है। यहीं इनसे पूछताछ की जा सकती है। कहा जा रहा है कि पुलिस ने इसके लिए 100 सवाल तैयार किए हैं। पुलिस को इन आरोपियों के मोबाइल की तलाश है। इनसे यह पता करने की कोशिश की जाएगी की आखिरी वक्त में ये किन लोगों के संपर्क में थे।
सख्त सुरक्षा में कोर्ट लाया गया
तीनों हमलावरों को सुबह CJM कोर्ट सख्त सुरक्षा के बीच लाया गया। जांच एजेंसियों को इन पर हमले के इनपुट्स मिले थे। तीनों हमलावरों को 17 अप्रैल को प्रयागराज जेल से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया था।
प्रयागराज में कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर 15 अप्रैल की रात करीब साढ़े 10 बजे तीनों ने पुलिस सुरक्षा के बीच ताबड़तोड़ गोलियां मारकर अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी थी। इसके बाद तीनों ने सरेंडर कर दिया था
नैनी जेल से प्रतापगढ़ जिला जेल शिफ्ट किया गया था
तीनों हमलावरों को पहले प्रयागराज के नैनी जेल में रखा गया था, लेकिन अतीक का एक बेटा अली भी नैनी जेल में है, लिहाजा गैंगवार की आशंका के चलते तीनों हमलावरों को प्रतापगढ़ जिला जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम के घर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) बुलडोजर चला सकता है। PDA ने गुड्डू के घर पर नोटिस चस्पा कर दिया था। इसमें निर्माण को अवैध बताया है। 18 अप्रैल तक इसे हटाने का निर्देश दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर नहीं हटाया गया तो प्राधिकरण घर गिरा देगा। नोटिस पीरियड का समय खत्म हो गया है।
गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख का इनाम है। पहले दावा किया गया था कि गुड्डू मुस्लिम की आखिरी लोकेशन कर्नाटक में मिली थी। इसके बाद STF की टीम उसे पकड़ने के लिए नासिक से कर्नाटक गई थी। STF की टीम ने गिरफ्तारी के लिए इलाके की घेराबंदी भी करनी शुरू कर दी।
प्रयागराज में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात 10.30 बजे हत्या कर दी गई। 18 से 23 साल के तीन हमलावरों ने लाइव कैमरे के सामने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। शाहगंज थाने में इस हत्याकांड की FIR पुलिस ने दर्ज की है। इसमें बांदा के लवलेश तिवारी, हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य के नाम हैं। पुलिस ने FIR में दावा किया कि लवलेश इस हत्याकांड का मास्टमाइंड है। तीनों अतीक गैंग का सफाया कर अपने नाम की पहचान बनाना चाहते थे। इसलिए अतीक के साबरमती जेल से लाने की खबर मिलते ही ये तीनों प्रयागराज आ गए। वहां मीडियाकर्मी बनकर घूमते रहे।
प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की रिमांड के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। सबसे पहले अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मारी गई। जबकि, अशरफ के सीने में पहली गोली लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों की हत्या करने के बाद हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। मीडियाकर्मी बनकर आए इन हमलावरों ने 16 सेकेंड में ही 10 राउंड फायरिंग की। पहली गोली चलाने के बाद वे लगातार फायर करते रहे।
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