छत्तिश्गढ़

यूट्यूब से सीखा शव को चीर-फाड़ने का तरीका,PhD स्कॉलर के हत्यारोपी ने दो बार देखी थी दृश्यम मूवी..

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गाजियाबाद में PhD स्कॉलर अंकित खोखर की हत्या करने के लिए हड्डी डॉक्टर के कम्पाउंडर उमेश शर्मा ने कई दफा यूट्यूब पर शव को चीरफाड़ करने का तरीका सीखा। दो बार अजय देवगन की दृश्यम मूवी देखी। मूवी से सीखा कि हत्या के बाद शव को कैसे ठिकाने लगाया जाता है। ठीक वैसा ही उमेश ने किया। गला दबाकर हत्या की। मार्केट से सर्जिकल आरी लाया और लाश के तीन-चार टुकड़े किए, फिर उन्हें अलग-अलग जगह फेंक दिया। चार दिन के ऑपरेशन के बावजूद पुलिस लाश का एक भी टुकड़ा खोज नहीं पाई है।

इधर, अंकित खोखर की हत्या में गाजियाबाद कोर्ट ने उसके मकान मालिक उमेश शर्मा व प्रवेश शर्मा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस फिलहाल गंगनहर और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के आसपास लाश के टुकड़े खोज रही है। हत्यारोपी को कठोर से कठोर सजा दिलवाने के लिए पुलिस इस केस में मृतक के खून और बाल का DNA मिलान उसके चाचा चंद्रपाल से कराएगी।

मैंने तीन साल पहले मेरठ के एक व्यक्ति को 30 लाख रुपए दिए थे। उस व्यक्ति ने मुझे तीन महीने में ये रकम दोगुनी करके लौटाने का झांसा दिया था। ये पैसा मैंने कई लोगों से उधार मांगकर उसे दिया था। उसने मुझे पैसे नहीं लौटाए और वो खुद भी भाग गया। जिन लोगों से मैंने पैसे लिए थे, वो लगातार तगादा कर रहे थे। उनका कर्ज उतारने के लिए मुझे अंकित से पैसे लेने पड़े। अब अंकित नया मकान खरीदने की बात कह रहा था। अगर वो मकान खरीदता तो मुझे उधार दिए रुपए भी मांगता। रुपए न लौटाने पड़ें, इसलिए मैंने अंकित को मार डाला।’

गाजियाबाद में लैंडलॉर्ड के हाथों मारे गए PhD स्कॉलर अंकित खोखर का सपना जर्मनी से पोस्ट डॉक्टरेट फैलोशिप करने का था। अंकित ने पासपोर्ट के लिए एप्लाई कर दिया था। जल्द ही वो अपने सपनों की उड़ान भरने वाला था। दुखद, मुंहबोले जीजा एवं लैंडलॉर्ड ने सपनों के साथ अंकित के भी टुकड़े-टुकड़े कर दिए। जर्मनी जाने की वजह से ही अंकित ने गांव की पुश्तैनी जमीन एक करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत में बेची थी। क्योंकि परिवार का कोई सदस्य जिंदा नहीं था और अंकित को लग रहा था कि जर्मनी जाने के बाद पता नहीं क्या हालात होंगे। वो यहां लौट भी पाएगा या नहीं।

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अंकित खोखर का पूरा परिवार 25 साल में खत्म हो गया। सबसे पहले अंकित की बड़ी बहन की डायरिया से मौत हुई। उस वक्त अंकित की उम्र करीब 13 साल रही होगी। बचपन में बहन का साया छिनने के बाद अंकित भावुक हो गया। फीमेल क्लासमेट, टीचर और दोस्तों को वे बहन बोलने में ज्यादा कंफर्ट फील करता था। दुबई और जर्मनी के दो यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहीं प्रोफेसरों को भी वो बहन मानता था। इतना ही नहीं, अपने मकान मालिक उमेश शर्मा की पत्नी से अंकित हर साल राखी बंधवाता था और घर से कहीं भी जाते वक्त उन्हें विदाई देता था। अंकित के पिता साल-2013 में प्रिंसिपल पद से रिटायर हुए। इसके कुछ दिन बाद ही मां हार्टअटैक से चल बसीं। पत्नी के जाने के गम में अकेले हुए अंकित के पिता भी सालभर में दुनिया को अलविदा कह दिए

बागपत जिले के गांव मुकंदपुर निवासी 39 वर्षीय अंकित खोखर लखनऊ की डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से PhD कर रहा था। वो गाजियाबाद के कस्बा मोदीनगर स्थित राधा एन्क्लेव में अपने मुंहबोले जीजा उमेश शर्मा के मकान में रह रहा था। 7 अक्टूबर 2022 को अंकित अचानक लापता हो गया। 12 दिसंबर 2022 को छह दोस्तों ने मोदीनगर थाने पर पहुंचकर मिसिंग दर्ज कराई। पुलिस ने खुलासा किया कि मकान मालिक उमेश शर्मा ने ही एक करोड़ रुपए से ज्यादा पैसा हड़पने की नियत से अंकित को गला दबाकर मार डाला और लाश के टुकड़े करके उन्हें कई जगह पर फेंक दिया था।

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