मध्य प्रदेश
मैनिट स्टूडेंट ने हॉस्टल में लगाई फांसी,भाई बोला-प्लेसमेंट को लेकर तनाव की बात बताई थी; पिता ने कहा- एक बार तो सोचा होता
भोपाल स्थित मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) के एक छात्र ने अपने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना छात्रों और संस्थान के लिए एक गहरा सदमा है। मृतक छात्र ने कथित तौर पर प्लेसमेंट के तनाव की बात अपने परिवार से साझा की थी।
घटना की मुख्य जानकारी:
- प्लेसमेंट को लेकर तनाव: मृतक छात्र के भाई ने बताया कि छात्र ने प्लेसमेंट को लेकर तनाव की बात पहले उनसे साझा की थी। उसे इस बात का डर था कि वह प्लेसमेंट प्रक्रिया में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगा। यह तनाव उसके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहा था।
- पिता की प्रतिक्रिया: छात्र के पिता ने गहरे दुख के साथ कहा, “अगर उसने एक बार भी सोचा होता या हमसे बात की होती, तो शायद हम उसे इस कठिन समय से बाहर निकाल सकते थे।” पिता की यह बात इस दुखद स्थिति को और मार्मिक बना देती है।
- मृतक की पहचान और जांच: पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस इस घटना को आत्महत्या मान रही है, लेकिन कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है।
- छात्रों में तनाव: प्लेसमेंट जैसी प्रतियोगी प्रक्रियाओं से गुजरते हुए छात्रों पर मानसिक दबाव काफी बढ़ जाता है। इस घटना ने एक बार फिर से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर किया है।
निष्कर्ष:
यह घटना छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और प्लेसमेंट प्रक्रिया के दौरान होने वाले तनाव के प्रभाव पर ध्यान आकर्षित करती है। छात्रों को मानसिक तनाव से बचाने के लिए परिवार और संस्थान को मिलकर काम करना चाहिए, ताकि ऐसी त्रासद घटनाएं टाली जा सकें।
भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MANIT) के छात्र आदित्य सोहने ने रविवार को अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आदित्य का परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
मुख्य जानकारी:
- आदित्य सोहने की पहचान: आदित्य दतिया का रहने वाला था और उनके पिता PWD (लोक निर्माण विभाग) में अकाउंट्स ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। परिवार में यह घटना गहरे दुःख का कारण बनी है, और वे इस बात से अचंभित हैं कि आदित्य ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
- प्लेसमेंट से जुड़ा तनाव: बताया जा रहा है कि आदित्य प्लेसमेंट के तनाव से जूझ रहा था। इस बात का संकेत उसने अपने परिवार को भी दिया था, लेकिन कोई नहीं जानता था कि यह तनाव उसे आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर देगा।
- पुलिस जांच: पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि अब तक इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन पूरी घटना के कारणों की गहनता से जांच की जा रही है।
- मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता: इस घटना ने एक बार फिर से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पढ़ाई और प्लेसमेंट का तनाव छात्रों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यह घटना बताती है कि समय रहते अगर सही कदम उठाए जाएं, तो ऐसी त्रासदियों से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष:
आदित्य की आत्महत्या ने एक बार फिर से प्लेसमेंट और करियर से जुड़ी चिंताओं के कारण छात्रों पर पड़ने वाले मानसिक दबाव को उजागर किया है। यह आवश्यक है कि छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाए और परिवार, संस्थान और दोस्तों से समय पर सहयोग मिल सके।
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