जुबिन नौटियाल ने महाकाल के दरबार में अपनी आवाज़ से प्रेम और भक्ति की भावना को उभारते हुए कुछ भजन सुनाए। उनके भजनों में महादेव के राजा स्वरूप को श्रृंगारित किया गया और भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव में ले जाने का प्रयास किया गया। नौटियाल के भजनों ने दर्शकों को महाकाल के भक्ति में लीन किया।
इस समय, देवी मंदिरों में भी भारी भीड़ थी, और लोग शंख बजाकर नए वर्ष का स्वागत कर रहे थे। यह एक धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल में सभी को एकसाथ लेने का एक उत्कृष्ट अवसर था।
चैत्र नवरात्रि मंगलवार से शुरू हो गई। आज घट स्थापना की जा रही है। शक्तिपीठ उज्जैन के हरसिद्धि माता मंदिर, मैहर के शारदा भवानी, सीहोर जिले के सलकनपुर में विजयासन माता मंदिर, दतिया में मां पीतांबरा पीठ, आगर मालवा जिले के मां बगुलामुखी मंदिर और दूसरे देवी मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ है।
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