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उत्तरकाशी में ठंड से 5 ट्रैकर्स की मौत,4 अभी भी फंसे, 13 का रेस्क्यू किया गया; मौसम खराब होने से ऑपरेशन में दिक्कत

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ट्रैकिंग के दौरान खराब मौसम और ठंड के कारण 5 ट्रैकर्स की मौत हो गई है। इस दुखद घटना में अब भी 4 ट्रैकर्स फंसे हुए हैं, जबकि 13 ट्रैकर्स को रेस्क्यू कर लिया गया है।

घटना का विवरण

यह घटना उत्तरकाशी के एक लोकप्रिय ट्रैकिंग मार्ग पर हुई, जहां ट्रैकर्स को अचानक खराब मौसम का सामना करना पड़ा। तेज बर्फबारी और गिरते तापमान के कारण ट्रैकर्स की हालत बिगड़ गई। खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी काफी दिक्कतें आ रही हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन दल और भारतीय वायुसेना ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। अब तक 13 ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है। लेकिन 4 ट्रैकर्स अभी भी फंसे हुए हैं। खराब मौसम और दुर्गम इलाके के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि फंसे हुए ट्रैकर्स को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जाए और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए।

ट्रैकर्स की स्थिति

रेस्क्यू किए गए ट्रैकर्स को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है लेकिन उन्हें गंभीर हाइपोथर्मिया और थकान की स्थिति का सामना करना पड़ा है।

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आगे की योजना

रेस्क्यू टीम ने खराब मौसम के बावजूद फंसे हुए ट्रैकर्स को बचाने के लिए अपनी कोशिशें जारी रखी हैं। जैसे ही मौसम में सुधार होता है, रेस्क्यू ऑपरेशन को और तेज किया जाएगा।

सावधानी और सुरक्षा उपाय

यह घटना हमें याद दिलाती है कि पर्वतीय क्षेत्रों में ट्रैकिंग करते समय मौसम की पूर्वानुमान और सुरक्षा उपायों का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है। ट्रैकर्स को हमेशा स्थानीय प्रशासन और गाइड की सलाह पर ध्यान देना चाहिए और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए पूरी तैयारी के साथ यात्रा करनी चाहिए।

निष्कर्ष

उत्तरकाशी में हुई इस दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और सभी की उम्मीद है कि फंसे हुए ट्रैकर्स को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जाएगा। इस घटना से सबक लेते हुए ट्रैकिंग के दौरान सतर्कता और सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है।

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