देश में कामकाजी महिलाएं बढ़ रही हैं। ऐसी महिलाएं घर का खर्च चलाने में बड़ा योगदान करती हैं। इसके बावजूद टर्म इंश्योरेंस लेने के मामले में महिलाएं अक्सर लापरवाही बरतती हैं
देश में 15 करोड़ से ज्यादा होममेकर्स हैं। परिवार में उनके योगदान का भी आर्थिक मूल्य होता है।