Connect with us

मध्य प्रदेश

राष्ट्रपति बनने के बाद मेरी सबसे अधिक यात्राएं मप्र में हुईं, भोपाल में साहित्य और सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ..

Published

on

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को भोपाल के रवींद्र भवन में एशिया के सबसे बड़े साहित्यिक और सांस्कृतिक आयोजन ‘उन्मेष’ और ‘उत्कर्ष’ का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा- भारत में एक मजबूत कल्चरल इको सिस्टम विकसित हो रहा है। देवर्षि नारद, महर्षि वाल्मीकि, रवींद्रनाथ टैगोर, जयशंकर प्रसाद और रामधारी सिंह दिनकर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि साहित्य लोगों से सीधा जुड़ता है और उन्हें आपस में जोड़ता है। वही साहित्य और कलाएं सार्थक हैं, जो मैं और मेरा से ऊपर उठकर रचे जाते हैं।

मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद मेरे सर्वाधिक दौरे मप्र में ही हुए हैं। यह पांचवां मौका है, जब मैं राष्ट्रपति के रूप में मप्र आई। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनने के लिए जनजातीय भाई-बहनों की प्रगति आवश्यक है। हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि वे अपनी संस्कृति, लोकाचार, रीति-रिवाज और प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करते हुए विकास में भागीदार बनें। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने उन्मेष और उत्कर्ष को भारत की विभिन्न परंपराओं को जोड़ने का प्रयास बताया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नया दौर शुरू हुआ है।

103 भाषाओं के 575 साहित्यकार और 750 कलाकार लेंगे हिस्सा
3 से 6 अगस्त तक चलने वाले इस समारोह में 750 से अधिक कलाकार सांस्कृतिक प्रदर्शनी पेश करेंगे। साहित्य अकादमी के निदेशक माधव कौशिक ने कहा कि उन्मेष के इस संस्करण में 14 देशों से 103 भाषाओं के 575 लेखक भाग ले रहे हैं।

Continue Reading
Advertisement
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply