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मध्य प्रदेश

सावन का तीसरा सोमवार आज,ग्वालियर के शिवालयों में भक्तों का मेला..

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ग्वालियर में सावन का तीसरा सोमवार आज है। मंदिरों और शिवालयों में रात 12 बजे से ही दर्शनों के लिए द्वार खोल दिए गए। सबसे पहले मंदिरों में कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों ने गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक किया।

सावन के सोमवार पर विधि-विधान से शिव पूजन कर शांति-समृद्धि मिलती है। इतना ही नहीं विवाह के इच्छुक युवक-युवतियों को भी शिव की कृपा जरूरी है। सोमवार को मंदिरों पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर समितियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। साथ ही महिला एवं पुरुष भक्त अलग-अलग लाइन में लगकर दर्शन कर सकेंगे।

सावन के हर सोमवार को शिवालयों पर जमकर भीड़ उमड़ती है। ग्वालियर में पहला और दूसरे सोमवार को विशेष संयोग पढ़ने से मंदिरों में काफी भीड़ रही है। अब तीसरा सोमवार होने पर सुबह से रात तक मंदिरों पर शिव भक्तों की भीड़ जुटेगी। सावन में शिव पूजन के विशेष महत्व के चलते मंदिरों पर सुबह से देर रात तक भीड़ रहती है। शहर के शिव मंदिरों पर आकर्षक सजावट के साथ सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं। शिव भक्तों की सर्वाधिक भीड़ अचलेश्वर, गुप्तेश्वर, कोटेश्वर और चकलेश्वर मंदिर पर रहती है। साथ ही ग्वालियर के भितरवार में धूमेश्वर धाम पर भी मेला सावन के हर सोमवार को मेला लगता है। इसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
दूध-दही पंचामृत से होता है अभिषेक
भगवान शिव को सावन का सोमवार विशेष रूप से प्रिय है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि सावन में भगवान शिव का गंगाजल व पंचामृत से अभिषेक करने से शांति मिलती है। बेलपत्र, भांग, धतूरे, आक के फूल से पूजन करने का प्रावधान है। इसके अलावा पांच तरह के जो अमृत बताए गए हैं उनमें दूध, दही, शहद, घी व शक्कर मिलाकर बनाए गए पंचामृत से भगवान की पूजा विशेष लाभदायी होती है। सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता है।
ग्वालियर के इन शिवालयों पर रहेगी भीड़
ग्वालियर में प्रसिद्ध शिवालयों की बात करें तो अचलेश्वर महादेव मंदिर, कोटेश्वर महादेव मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, चकलेश्वर और भूतेश्वर शिव मंदिर हैं। इसके अलावा फूलबाग स्थित मार्कण्डेश्वर और सीपी कॉलोनी स्थित कलिकेश्वर नाग मंदिर पर भी विशेष आयोजन होंगे।
धूमेश्वर धाम पर लगेगा मेला
ग्वालियर के भितरवार ब्लॉक में सिंध और पार्वती नदी के संगम पर प्राचीन धूमेश्वर मंदिर है। यह कब बना और किसने बनवाया यह कोई नहीं बता पाता, लेकिन सावन के हर सोमवार को यहां मेला लगता है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और मंदिर के किनारे बसी नदी में स्नान कर शिवलिंग की पूजा अर्चना करते हैं। यह मंदिर ग्वालियर शहर से करीब 75 किलोमीटर दूर है।
मंदिरों के आसपास रहेगी कड़ी सुरक्षा
सोमवार को शिवालयों के आसपास कड़ी सुरक्षा रहती है। एसएसपी ग्वालियर राजेश चंदेल ने मंदिरों के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगाने के निर्देश दिए हैं। मंदिरों के आसपास पुलिस को चेकिंग पॉइंट होंगे जिससे महिलाओं के साथ कोई भी घटना न हो सके। मंदिरों पर भीड़ लगने पर ट्रैफिक को नियंत्रण करने के लिए अलग से पुलिस बल तैनात किया गया है।

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