मध्य प्रदेश
भोपाल से गिरफ्तार साइबर जालसाजों के ठाठ से चौंकी पुलिस,आम आदमी के खातों को खाली कर खड़ी की तीन मंजिला आलीशान इमारत
भोपाल में पुलिस ने साइबर जालसाजी में लिप्त कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी शानदार जीवनशैली ने पुलिस को हैरान कर दिया है। ये जालसाज आम लोगों के बैंक खातों को खाली करके अवैध तरीके से धन अर्जित करते थे और इसी पैसे से उन्होंने तीन मंजिला आलीशान इमारत खड़ी की थी।
मुख्य बिंदु:
- साइबर जालसाजों की गिरफ्तारी:
- भोपाल पुलिस ने साइबर जालसाजी में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
- ये जालसाज आम लोगों के बैंक खातों को खाली करके धन अर्जित करते थे।
- आलीशान जीवनशैली:
- अपराधियों की शानदार जीवनशैली और उनके ठाठ ने पुलिस को चौंका दिया।
- उन्होंने अवैध रूप से अर्जित धन से तीन मंजिला आलीशान इमारत खड़ी की थी।
- अवैध धन का उपयोग:
- जालसाजों ने अपने अवैध धंधे से अर्जित धन का उपयोग महंगी संपत्तियों और शानदार जीवनशैली के लिए किया।
- पुलिस को उनकी संपत्ति और जीवनशैली देखकर उनके अपराध की गंभीरता का अंदाजा हुआ।
- पुलिस की कार्रवाई:
- पुलिस ने इन अपराधियों को पकड़ने के लिए साइबर जांच और ट्रेसिंग तकनीकों का उपयोग किया।
- पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कर रही है और इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है।
- जनता को सावधान रहने की सलाह:
- पुलिस ने आम जनता को साइबर अपराधों से सावधान रहने की सलाह दी है।
- ऑनलाइन बैंकिंग और व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
भोपाल में साइबर जालसाजी के इन मामलों ने यह स्पष्ट किया है कि कैसे अपराधी नई तकनीकों का उपयोग करके आम लोगों को ठग रहे हैं। पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच के कारण ये अपराधी पकड़े गए, लेकिन आम जनता को भी सतर्क रहना चाहिए। साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता और सतर्कता ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।
ग्वालियर की एक लेडी मेडिकल ऑफिसर के साथ ढाई-तीन महीने पहले किए गए 38 लाख रुपए के फ्रॉड मामले में पुलिस ने मंगलवार को भोपाल से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जांच में यह पता चला है कि आरोपी चीन और यूएई के साथियों के साथ मिलकर इस फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर मेडिकल ऑफिसर को ठगा था।
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