धार्मिक ज्ञान/विज्ञान
पं. मिश्रा बोले- हमारी बेटियों के पास कटार होनी चाहिए,कहा- लव जिहाद तभी रुकेंगे, जब माता-पिता बच्चों को संस्कार देंगे..
कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने लड़कियों के सेल्फ डिफेंस की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘देश में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को रोकने के लिए बेटियों को परिवार से ही संस्कार दिए जाने की जरूरत है। बेटियों के पास भी कटार होनी चाहिए।’ उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि को हिंदुओं का तीर्थ बताया। कहा, ‘राम जन्मभूमि के खनन में शिलान्यास निकले थे। कृष्ण जन्मभूमि की जब भी खुदाई होगी, तो जन्मभूमि के ही अवशेष निकलेंगे। ठाकुर जी खुद प्रमाण देंगे।’
पं. प्रदीप मिश्रा पिछले पांच दिन से भोपाल के करोंद में शिव महापुराण कथा सुना रहे थे। बुधवार को कथा का समापन हो गया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कई विषयों पर बात की। उन्होंने कहा, ‘सरकार होने वाले क्राइम को नहीं रोक सकती। इसे घर का संस्कार ही रोकेगा। सरकार निगाह रख सकती है, केस लड़ सकती है, दबाव बना सकती है। आने वाले दिनों में लव जिहाद तभी रुकेंगे, जब माता-पिता बच्चों को संस्कार देंगे।’
दूसरे धर्म के लोग हिंदू साधु-संतों पर आरोपों को आगे बढ़ाते हैं
हिंदू साधु-संतों पर अंधविश्वास के आरोपों पर पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा, ‘हमारे धर्म के लोग ही हमारे साधु-संतों पर अंधविश्वास का आरोप लगाते हैं, इसलिए दूसरे धर्मों के लोग भी उन आरोपों को आगे बढ़ाते हैं।’ उन्होंने भोपाल के हमीदिया अस्पताल के नाम बदलने पर सहमति जताई।
भारत पहले से हिंदू राष्ट्र, रामराज लाना है
हिंदू राष्ट्र और रामराज की परिकल्पना को लेकर कहा, ‘भारत पहले से हिंदू राष्ट्र है, लेकिन हमें रामराज लाना है, जिसमें सभी जाति के लोग एकसाथ बैठकर राम भजन करें।’ तीर्थ स्थानों पर कॉरिडोर का विरोध करने वाले जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती के बयान पर पं. मिश्रा ने सहमति जताई। कहा कि कॉरिडोर बनाने वालों को शंकराचार्य से परामर्श करना चाहिए।
राजनेता धर्मगुरुओं को बुला रहे, ऐसा कतई नहीं
पं. मिश्रा ने कहा कि राजनेता धर्मगुरुओं को बुला रहे हैं, ऐसा कतई नहीं है। कथावाचक कभी नहीं देखता है कि नेता बुला रहा है। कथा के लिए कोई भी बुला सकता है। उन्होंने धर्म परिवर्तन को लेकर कहा कि सनातन धर्म के लोगों को बंटोर लें, ताकि वे फिर से दूसरे धर्म में न जा पाएं।
असली-नकली रुद्राक्ष को लेकर भी बोले
असली और नकली रुद्राक्ष को लेकर उन्होंने कहा कि शिव महापुराण में 14 मुखी और स्कंदपुराण में 21 मुखी का वर्णन किया गया है। शहद के जल में जब रुद्राक्ष को डालते हैं, तो रुद्राक्ष कुछ देर बाद नीचे जाने के बाद ऊपर आ जाता है। यह असली रुद्राक्ष होता है। इसे सालों साल पानी में रख सकते हैं। फिर भी कुछ नहीं होगा। नकली कुछ देर बाद ही बिखर जाता है।
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