छत्तिश्गढ़
कांग्रेस ने रमन को बताया भ्रष्टाचार के पितामह,बोली- हर उपचुनाव में जीत का दावा किया मगर हारे…
कांग्रेस ने पूर्व CM डॉ रमन पर एक वीडियो के जरिए सियासी वार किया है। प्रदेश में पिछले 4 सालों में हुए हर उपचुनाव में भाजपा हारी है। मगर हर चुनाव के पहले डॉ रमन सिंह ने चुनाव में जीत का दावा किया था। कांग्रेस ने उन दावों का वीडियो जारी किया है। हर जीत के दावे वाले वीडियो के बाद एक वो वीडियो भी प्ले किया जा रहा है, जिसमें हार के बाद उन्होंने जिम्मेदारी लेने, कांग्रेस को बधाई देने की बातें कहीं।
इसे छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। इस वीडियो के साथ कांग्रेस की ओर से लिखा गया है- उठो- बयान दो- चुनाव हारो- बधाई दो- सो जाओ- इसे दोहराओ, “भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह” की पिछले 4 साल से यही स्थिति है, क्योंकि प्रदेश की जनता ने लुटेरों को पहले विधानसभा चुनाव, फिर निकाय चुनाव, फिर हर उपचुनाव में सबक सिखाया है। डॉ रमन सिंह और छत्तीसगढ़ भाजपा फिर से हार को तैयार!
पांचवी बार लेंगे हार की जिम्मेदारी !
कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के नामंकन के साथ ही भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत का दावा किया है। कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि 4 साल में 5 उपचुनाव जीतने का रिकॉर्ड पार्टी बनाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भानुप्रतापपुर उपचुनाव के परिणाम के बाद पांचवी बार उपचुनाव में भाजपा की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेंगे। बीते 4 साल में प्रदेश में विधानसभा के चार उपचुनाव हुए चित्रकोट दंतेवाड़ा, मरवाही और खैरागढ़ एवं नगर निगम नगर पालिका,नगर पंचायत और जिला पंचायत की चुनाव हुई जिसमें भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह अब ट्विटर के नेता बन गये है आम जनता किसान मजदूर महिलाओं से उनका कोई सरोकार नहीं रहा है। सुबह सोकर उठते हैं और बयान जारी करते हैं फिर सो जाते हैं ट्विटर में झूठ फरेब की राजनीति करते है और उसी झूठ फरेब में खुद भी फंस जाते हैं। झूठ बोलने में रमन सिंह जी को महारत हासिल है।
रमन सिंह ने नहीं निभाए वादे
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने आगे कहा कि रमन सिंह मुख्यमंत्री रहते आदिवासियों से किये वादे को पूरा नहीं किया। आदिवासी परिवार को 10 किलो दूध देने वाली जर्सी गाय और उनके एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था। किसानों को धान की कीमत 2100रु समर्थन मूल्य और 300 रु बोनस प्रति क्विंटल देने का वादा कर पूरा नहीं किया। 12वीं पास युवाओं को 500 रु बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया पूरा नहीं किया। बस्तर के आदिवासी बच्चियों को शराब परोसने की ट्रेनिंग दे रहे थे। बस्तर के लोहण्डीगुड़ा में 1700 आदिवासी परिवार को जमीन से बेदखल कर दिया था उनकी जमीन हड़पने के लिए रमन सरकार ने बंदूक लाठी और जेल का सहारा लिया था।
हर बार भाजपा की हार
साल 2018 में दंतेवाड़ा की सीट से भाजपा के भीमा मंडावी ने चुनाव जीता। मंडावी नक्सल हमले में मारे गए सितंबर 2019 में उपचुनाव हुआ। यहां दिग्गज कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा को जीत मिली। ये सीट अब कांग्रेस के पास है।
साल 2019 में चित्रकोट में उपचुनाव हुए। क्योंकि यहां से कांग्रेस के चुने विधायक दीपक बैज को लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना पड़ा वो जीत गए ये सीट खाली हुई तो कांग्रेस के ही राजमन बेंजाम ने उपचुनाव जीता और विधायक बने।
साल 2020 नवंबर में मरवाही में उपचुनाव हुए। यहां से विधायक रहे छत्तीसगढ़ के पहले सीएम अजीत जोगी की मौत के बाद जनता कांग्रेस से ये सीट कांग्रेस पास चली गई। कांग्रेस से केके ध्रुव को मौका मिला जीत गए। इसी साल 2022 में खैरागढ़ इस सीट से जेसीसीजे के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद उपचुनाव हुआ कांग्रेस की यशोदा निलाम्बर वर्मा जीत गईं।
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