उत्तराखंड
उत्तराखंड के केदारनाथ में 2 हजार श्रद्धालु फंसे,रेस्क्यू के लिए सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर लगाए गए; राज्य में 16 की मौत
उत्तराखंड के केदारनाथ में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण करीब 2 हजार श्रद्धालु फंसे हुए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। राज्य में इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तराखंड में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के बाद केदारनाथ यात्रा दो दिन के लिए रोक दी गई है। राज्य में 48 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट है। इसके चलते NDRF की 12 और SDRF की 60 टीमें तैनात की गई हैं।
बारिश के कारण हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि केदारनाथ में बादल फटने से पैदल रूट पर लिनचोली और भीमबली के पास 2000 से ज्यादा लोग फंसे हैं। इन्हें निकालने के लिए 5 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।
केदारनाथ रूट में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए SDRF तैनात की गई है। मुनकटिया से 450 लोगों को सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया गया। बाकी लोगों का रेस्क्यू चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर से हो रहा है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार (2 अगस्त) को 24 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश के 11 जिलों में भी आज भारी बारिश का अलर्ट है, जो अगले 4 दिन तक रहेगा।
मुख्य बिंदु:
- फंसे हुए श्रद्धालु:
- केदारनाथ में लगभग 2 हजार श्रद्धालु फंसे हुए हैं।
- भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में कठिनाई हो रही है।
- रेस्क्यू ऑपरेशन:
- भारतीय सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाए गए हैं।
- रेस्क्यू टीम श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
- मृतकों की संख्या:
- राज्य में इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है।
- कई लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
- प्रशासन की तैयारी:
- राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
- जनता से अपील:
- प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इस समय यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
- मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड के केदारनाथ में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण उत्पन्न स्थिति गंभीर है। राज्य और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जनता से अपील है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।
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